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कुल्लू में टोल प्लाजा का ग्रामीणों ने जताया विरोध, सरकार को चेतावनी देते हुए 1 महीने में मांगा हल - टोल प्लाजा को यहां से हटाकर

कुल्लू में रायसन के पास लगाए गए टोल प्लाजा के विरोध में ग्रामीणों ने एसडीएम के पास शिकायत पत्र देकर समस्या का हल करने की गुहार लगाई है. साथ ही एक महीने के अंदर हल न किए जाने पर सरकार को आंदोलन की चेतावनी भी दे डाली है.

villagers submitted complaint against toll plaza in kullu
कुल्लू में ग्रामीणों ने टोल प्लाजा को लेकर जताया विरोध
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Published : Dec 6, 2019, 7:50 PM IST

कुल्लूः रायसन के पास लगाए गए टोल प्लाजा के विरोध में शुक्रवार को भी दर्जनों संस्थाओं के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई. टोल प्लाजा के संबंध में जिला प्रशासन ने एसडीएम कुल्लू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है.

बता दें कि इस कमेटी के समक्ष स्थानीय लोग अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं. जिसके तहत 6 दिसंबर को शिकायत दर्ज करवाने का अंतिम दिन होने के चलते एक बार फिर से दर्जनों लोगों ने एसडीम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्ति जाहिर की और मांग रखी कि टोल प्लाजा को यहां से हटाकर फोरलेन पर स्थापित किया जाए.

वहीं, इस संबंध में एसडीएम ने भी स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांग को एनएचआई प्रबंधन के समक्ष रखा जाएगा और 1 माह के भीतर ही इसका हल निकाला जाएगा. मौके पर पहुंचे लोगों ने भी एसडीएम कुल्लू के समक्ष कहा कि अगर एक माह बाद भी टोल प्लाजा के बारे में कोई हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा.

वीडियो रिपोर्ट.

विरोध प्रकट कर रहे विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों कहना है कि यह टोल प्लाजा टू लेन पर लगाया गया है, जो कि कानूनी तौर पर सही नहीं है. वहीं, इस टोल प्लाजा के चलते बागवान को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बागवान को सीजन के दौरान कई बार सब्जी मंडी जाने के लिए इस पुल को पार करना पड़ेगा जिससे उन पर काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा. वहीं पर्यटन नगरी मनाली आने वाले सैलानियों को भी बार- टोल प्लाजा पर रुकना होगा. जिससे सैलानी परेशान होंगे और वह दोबारा मनाली नहीं आएंगे. इस टोल प्लाजा के कारण घाटी का पर्यटन कारोबार भी काफी प्रभावित होगा.

वहीं, अधिवक्ता महेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंतिम दिन होने के चलते सभी संस्थाओं ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई है. ऐसे में अगर एक माह में टोल प्लाजा का हल नहीं निकाला गया, तो मजबूरन उन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व एनएचआई प्रबंधन की होगी.

कुल्लूः रायसन के पास लगाए गए टोल प्लाजा के विरोध में शुक्रवार को भी दर्जनों संस्थाओं के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई. टोल प्लाजा के संबंध में जिला प्रशासन ने एसडीएम कुल्लू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है.

बता दें कि इस कमेटी के समक्ष स्थानीय लोग अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं. जिसके तहत 6 दिसंबर को शिकायत दर्ज करवाने का अंतिम दिन होने के चलते एक बार फिर से दर्जनों लोगों ने एसडीम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्ति जाहिर की और मांग रखी कि टोल प्लाजा को यहां से हटाकर फोरलेन पर स्थापित किया जाए.

वहीं, इस संबंध में एसडीएम ने भी स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांग को एनएचआई प्रबंधन के समक्ष रखा जाएगा और 1 माह के भीतर ही इसका हल निकाला जाएगा. मौके पर पहुंचे लोगों ने भी एसडीएम कुल्लू के समक्ष कहा कि अगर एक माह बाद भी टोल प्लाजा के बारे में कोई हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा.

वीडियो रिपोर्ट.

विरोध प्रकट कर रहे विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों कहना है कि यह टोल प्लाजा टू लेन पर लगाया गया है, जो कि कानूनी तौर पर सही नहीं है. वहीं, इस टोल प्लाजा के चलते बागवान को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

बागवान को सीजन के दौरान कई बार सब्जी मंडी जाने के लिए इस पुल को पार करना पड़ेगा जिससे उन पर काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा. वहीं पर्यटन नगरी मनाली आने वाले सैलानियों को भी बार- टोल प्लाजा पर रुकना होगा. जिससे सैलानी परेशान होंगे और वह दोबारा मनाली नहीं आएंगे. इस टोल प्लाजा के कारण घाटी का पर्यटन कारोबार भी काफी प्रभावित होगा.

वहीं, अधिवक्ता महेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंतिम दिन होने के चलते सभी संस्थाओं ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई है. ऐसे में अगर एक माह में टोल प्लाजा का हल नहीं निकाला गया, तो मजबूरन उन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व एनएचआई प्रबंधन की होगी.

Intro:1 महीने ने टोल प्लाजा का हल निकाले सरकार
हल न निकाला तो ग्रामीण करेंगे आंदोलन
एसडीएम कुल्लू के समक्ष कई संस्थाओं ने दर्ज करवाई आपत्तिBody:






जिला कुल्लू के रायसन में एन एच ए आई प्रबंधन द्वारा लगाए गए टोल प्लाजा के विरोध में शुक्रवार को भी दर्जनों संस्थाओं के पदाधिकारियों ने एसडीएम एसडीम कुल्लू के समक्ष आपत्ति दर्ज करवाई। टोल प्लाजा के संबंध में जिला प्रशासन द्वारा एसडीएम कुल्लू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। इस कमेटी के समक्ष स्थानीय लोग अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं जिसके तहत 6 दिसंबर को अंतिम दिन होने के चलते एक बार फिर से दर्जनों लोगों ने एसडीम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्ति जाहिर की और मांग रखी कि टोल प्लाजा को यहां से हटाकर फोरलेन पर स्थापित किया जाए। वही इस संबंध में एसडीएम ने भी स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांग को एनएचआई प्रबंधन के समक्ष रखा जाएगा और 1 माह के भीतर ही इसका हल निकाला जाएगा। मौके पर पहुंचे लोगों ने भी एसडीएम कुल्लू के समक्ष कहा कि अगर एक माह बाद भी टोल प्लाजा के बारे में कोई हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा। अधिवक्ता महेंद्र सिंह, होटल एसोसिएशन मनाली के अध्यक्ष अनूप राम, कुल्लू फलोत्पादन मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा का कहना है कि यह टोल प्लाजा टू लेन पर लगाया गया है जो कि कानूनन सही नहीं है। वहीं इस टोल प्लाजा के चलते बागबान को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बागबान को सीजन के दौरान कई बार सब्जी मंडी जाने के लिए इस पुल को पार करना पड़ेगा जिससे उन पर काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा। वहीं पर्यटन नगरी मनाली आने वाले सैलानियों को भी बार- टोल प्लाजा पर रुकना होगा। जिससे सैलानी परेशान होंगे और वह दोबारा मनाली नहीं आएंगे। इस टोल प्लाजा के कारण घाटी का पर्यटन कारोबार भी काफी प्रभावित होगा। Conclusion:



वही अधिवक्ता महेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंतिम दिन होने के चलते सभी संस्थाओं ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई है। ऐसे में अगर एक माह में टोल प्लाजा का हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन उन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा। जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व एनएचआई प्रबंधन की होगी।
बाइट महेंद्र ठाकुर
बाइट अनूप राम
बाइट प्रेम शर्मा
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