कुल्लूः रायसन के पास लगाए गए टोल प्लाजा के विरोध में शुक्रवार को भी दर्जनों संस्थाओं के पदाधिकारियों और स्थानीय लोगों ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष शिकायत दर्ज करवाई. टोल प्लाजा के संबंध में जिला प्रशासन ने एसडीएम कुल्लू की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया है.
बता दें कि इस कमेटी के समक्ष स्थानीय लोग अपनी आपत्ति दर्ज करवा सकते हैं. जिसके तहत 6 दिसंबर को शिकायत दर्ज करवाने का अंतिम दिन होने के चलते एक बार फिर से दर्जनों लोगों ने एसडीम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्ति जाहिर की और मांग रखी कि टोल प्लाजा को यहां से हटाकर फोरलेन पर स्थापित किया जाए.
वहीं, इस संबंध में एसडीएम ने भी स्थानीय लोगों को आश्वासन दिया है कि उनकी मांग को एनएचआई प्रबंधन के समक्ष रखा जाएगा और 1 माह के भीतर ही इसका हल निकाला जाएगा. मौके पर पहुंचे लोगों ने भी एसडीएम कुल्लू के समक्ष कहा कि अगर एक माह बाद भी टोल प्लाजा के बारे में कोई हल नहीं निकाला गया तो मजबूरन उन्हें आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा.
विरोध प्रकट कर रहे विभिन्न संस्थाओं के पदाधिकारियों कहना है कि यह टोल प्लाजा टू लेन पर लगाया गया है, जो कि कानूनी तौर पर सही नहीं है. वहीं, इस टोल प्लाजा के चलते बागवान को भी काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.
बागवान को सीजन के दौरान कई बार सब्जी मंडी जाने के लिए इस पुल को पार करना पड़ेगा जिससे उन पर काफी आर्थिक बोझ पड़ेगा. वहीं पर्यटन नगरी मनाली आने वाले सैलानियों को भी बार- टोल प्लाजा पर रुकना होगा. जिससे सैलानी परेशान होंगे और वह दोबारा मनाली नहीं आएंगे. इस टोल प्लाजा के कारण घाटी का पर्यटन कारोबार भी काफी प्रभावित होगा.
वहीं, अधिवक्ता महेंद्र ठाकुर ने कहा कि अंतिम दिन होने के चलते सभी संस्थाओं ने एसडीएम कुल्लू के समक्ष अपनी आपत्तियां दर्ज करवाई है. ऐसे में अगर एक माह में टोल प्लाजा का हल नहीं निकाला गया, तो मजबूरन उन्हें ग्रामीणों के साथ मिलकर आंदोलन करने के लिए मजबूर होना पड़ेगा. जिसकी जिम्मेवारी प्रशासन व एनएचआई प्रबंधन की होगी.