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आठवें दिन भी नहीं निकला कोई हल, रोजगार की मांग को लेकर हड़ताल पर डटे हैं ग्रामीण

पार्वती परियोजना में अस्थाई रोजगार को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रहा क्रमिक अनशन का दौर लगातार जारी है. आदित्यविक्रम सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि लारजी पंचायत की समस्या का हल न होने पर अनशन उग्र आंदोलन का रूप लेगा.

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Published : Feb 15, 2020, 10:24 AM IST

Villagers are on strike
रोजगार की मांग को लेकर हड़ताल पर डटे है ग्रामीण.

कुल्लू: पार्वती परियोजना में अस्थाई रोजगार को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रहा क्रमिक अनशन का दौर लगातार जारी है. अनशन के आठवें दिन लारजी पंचायत के सैंकड़ों लोग बिहाली स्थित परियोजना कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और लोगों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन के साथ-साथ प्रदेश सरकार को भी आड़े हाथों लिया. पंचायत प्रधान एवं अनशन का नेतृत्त्व कर रही कांता देवी ने कहा कि ग्रामीणों की लड़ाई परियोजना का निर्माण कर रही एनएचपीसी कंपनी से है, लेकिन इस मामले पर सरकार की बेरुखी भी चिंताजनक है.

वीडियो रिपोर्ट.

पूर्व उपप्रधान हेमराज शर्मा और विस्थापित नेता झाबे राम ने कहा कि परियोजना में रोजगार मांगना ग्रामीणों का अधिकार है. प्रदेश सरकार व प्रशासन को लोगों की मांग का सहयोग करना चाहिए, लेकिन एनएचपीसी की तरह सरकार व प्रशासन का प्रभावितों की मांगों को अनदेखा करना दुर्भाग्यपूर्ण है.

विधानसभा चुनावों में बंजार विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी आदित्यविक्रम सिंह एवं घाटी के तमाम पंचायत प्रतिनिधियों के अनशन स्थल पर पहुंचने से माहौल काफी गर्म रहा. आदित्यविक्रम सिंह ने अनशनस्थल पर बैठे लोगों से मिलने के बाद एनएचपीसी अधिकारियों को परियोजना कार्यालय के प्रांगण में एकत्रित किया और लोगों की मांग को जायज ठहराते हुए एनएचपीसी को चेतावनी दी.

आदित्यविक्रम सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि लारजी पंचायत की समस्या का हल न होने पर अनशन उग्र आंदोलन का रूप लेगा. उन्होंने अनशन स्थल पर प्रभावितों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों की मांग जायज है और इसके लिए सरकार व प्रशासन को आगे आना चाहिए.

आदित्यविक्रम सिंह ने अनशन में बैठी लारजी पंचायत का समर्थन करते हुए कहा कि एनएचपीसी कंपनी के लिए अस्थाई रोजगार देना चुटकी का काम है, लेकिन सरकार और प्रशासन की मंशा सही नहीं है. उन्होंने स्थानीय विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि हर सुख-दुख में साथ देने का वादा करने वाले नेता आठ दिनों से अनशन में बैठे लोगों की सुध नहीं ले रहे हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.

कांग्रेस नेता सहित घाटी के सभी पंचायत नुमाईन्दों ने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन को एनएचपीसी से बात करके परियोजना में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रभावित परिवारों के लिए अस्थाई रोजगार का प्रावधान करना चाहिए.

पढ़ें: RBI की ओर से बद्दी में वित्तीय साक्षरता कैंप का आयोजन

कुल्लू: पार्वती परियोजना में अस्थाई रोजगार को लेकर पिछले एक सप्ताह से चल रहा क्रमिक अनशन का दौर लगातार जारी है. अनशन के आठवें दिन लारजी पंचायत के सैंकड़ों लोग बिहाली स्थित परियोजना कार्यालय के बाहर एकत्रित हुए और लोगों ने परियोजना प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की.

ग्रामीणों ने परियोजना प्रबंधन के साथ-साथ प्रदेश सरकार को भी आड़े हाथों लिया. पंचायत प्रधान एवं अनशन का नेतृत्त्व कर रही कांता देवी ने कहा कि ग्रामीणों की लड़ाई परियोजना का निर्माण कर रही एनएचपीसी कंपनी से है, लेकिन इस मामले पर सरकार की बेरुखी भी चिंताजनक है.

वीडियो रिपोर्ट.

पूर्व उपप्रधान हेमराज शर्मा और विस्थापित नेता झाबे राम ने कहा कि परियोजना में रोजगार मांगना ग्रामीणों का अधिकार है. प्रदेश सरकार व प्रशासन को लोगों की मांग का सहयोग करना चाहिए, लेकिन एनएचपीसी की तरह सरकार व प्रशासन का प्रभावितों की मांगों को अनदेखा करना दुर्भाग्यपूर्ण है.

विधानसभा चुनावों में बंजार विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी आदित्यविक्रम सिंह एवं घाटी के तमाम पंचायत प्रतिनिधियों के अनशन स्थल पर पहुंचने से माहौल काफी गर्म रहा. आदित्यविक्रम सिंह ने अनशनस्थल पर बैठे लोगों से मिलने के बाद एनएचपीसी अधिकारियों को परियोजना कार्यालय के प्रांगण में एकत्रित किया और लोगों की मांग को जायज ठहराते हुए एनएचपीसी को चेतावनी दी.

आदित्यविक्रम सिंह ने चेतावनी देते हुए कहा कि लारजी पंचायत की समस्या का हल न होने पर अनशन उग्र आंदोलन का रूप लेगा. उन्होंने अनशन स्थल पर प्रभावितों को संबोधित करते हुए कहा कि लोगों की मांग जायज है और इसके लिए सरकार व प्रशासन को आगे आना चाहिए.

आदित्यविक्रम सिंह ने अनशन में बैठी लारजी पंचायत का समर्थन करते हुए कहा कि एनएचपीसी कंपनी के लिए अस्थाई रोजगार देना चुटकी का काम है, लेकिन सरकार और प्रशासन की मंशा सही नहीं है. उन्होंने स्थानीय विधायक पर तंज कसते हुए कहा कि हर सुख-दुख में साथ देने का वादा करने वाले नेता आठ दिनों से अनशन में बैठे लोगों की सुध नहीं ले रहे हैं, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है.

कांग्रेस नेता सहित घाटी के सभी पंचायत नुमाईन्दों ने कहा कि प्रदेश सरकार और प्रशासन को एनएचपीसी से बात करके परियोजना में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले प्रभावित परिवारों के लिए अस्थाई रोजगार का प्रावधान करना चाहिए.

पढ़ें: RBI की ओर से बद्दी में वित्तीय साक्षरता कैंप का आयोजन

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