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सेब के लिए वरदान बनी बर्फबारी, किसानों के खिले चेहरे

कुल्लू समेत प्रदेश के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. इससे तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है.

snowfall in himachal
सेब के लिए वरदान बनी बर्फबारी
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Published : Nov 29, 2019, 10:43 AM IST

कुल्लू: जिला में बर्फबारी और बारिश होने से बागवानों और किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है. ऊंचाई वाले बगीचों में बर्फबारी होने से तापमान में काफी गिरावट आ गई है, ऐसे में सेब के चिलिंग ऑवर्स के लिए बर्फबारी और बारिश लाभदायक साबित होगी.

नवंबर माह में ही बर्फबारी और बारिश के कारण बगीचों में लंबे समय तक नमी बनी रहेगी. बागवान बगीचों के सभी कार्य भी समय पर पूरे करेंगे. कुल्लू समेत प्रदेश के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. इससे तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है.

वीडियो.

बागवानी विशेषज्ञों का कहना है नवंबर महीने में ही बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आ गई है, जो सेब चिलिंग ऑवर्स के लिए बेहतर मानी जा रही है. घाटी के बागवानों ने कहा कि बर्फबारी और बारिश से निश्चित ही चिलिंग ऑवर्स को संजीवनी मिलेगी. साथ ही कृषि और बागवानी के रुके कार्य भी समय पर होंगे.

कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि बर्फबारी चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक सिद्ध होगी. उन्होंने कहा कि इससे लंबे समय तक बगीचों में नमी भी बरकरार रहेगी, जो पौधों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी. बागवानी अनुसंधान केंद्र सेऊबाग प्रभारी डॉ. जोगिंद्र सिंह ने कहा कि समय पर बर्फबारी और बारिश चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक होगी. इससे निश्चित ही आगामी फसल बेहतर होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें: 2 दिन की बर्फबारी के बाद किन्नौर में खिली धूप, फंसे हुए पर्यटकों को निकाला गया सुरक्षित

कुल्लू: जिला में बर्फबारी और बारिश होने से बागवानों और किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है. ऊंचाई वाले बगीचों में बर्फबारी होने से तापमान में काफी गिरावट आ गई है, ऐसे में सेब के चिलिंग ऑवर्स के लिए बर्फबारी और बारिश लाभदायक साबित होगी.

नवंबर माह में ही बर्फबारी और बारिश के कारण बगीचों में लंबे समय तक नमी बनी रहेगी. बागवान बगीचों के सभी कार्य भी समय पर पूरे करेंगे. कुल्लू समेत प्रदेश के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है. इससे तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है.

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बागवानी विशेषज्ञों का कहना है नवंबर महीने में ही बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आ गई है, जो सेब चिलिंग ऑवर्स के लिए बेहतर मानी जा रही है. घाटी के बागवानों ने कहा कि बर्फबारी और बारिश से निश्चित ही चिलिंग ऑवर्स को संजीवनी मिलेगी. साथ ही कृषि और बागवानी के रुके कार्य भी समय पर होंगे.

कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि बर्फबारी चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक सिद्ध होगी. उन्होंने कहा कि इससे लंबे समय तक बगीचों में नमी भी बरकरार रहेगी, जो पौधों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी. बागवानी अनुसंधान केंद्र सेऊबाग प्रभारी डॉ. जोगिंद्र सिंह ने कहा कि समय पर बर्फबारी और बारिश चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक होगी. इससे निश्चित ही आगामी फसल बेहतर होने की संभावना है.

ये भी पढ़ें: 2 दिन की बर्फबारी के बाद किन्नौर में खिली धूप, फंसे हुए पर्यटकों को निकाला गया सुरक्षित

Intro:सेब के लिए वरदान बनी बर्फबारीBody:
जिला कुल्लू में बर्फबारी और बारिश होने से बागवानों और किसानों के चेहरों पर रौनक आ गई है। ऊंचाई वाले बगीचों में बर्फबारी होने से तापमान में काफी गिरावट आ गई है। ऐसे में सेब के चिलिंग ऑवर्स के लिए बर्फबारी और बारिश लाभदायक साबित होगी। नबंवर माह में ही बर्फबारी और बारिश के कारण बगीचों में लंबे समय तक नमी बनी रहेगी। बागवान बगीचों के सभी कार्य भी समय पर पूरे करेंगे। कुल्लू समेत प्रदेश के निचले इलाकों में बारिश और ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बर्फबारी हुई है। इससे तापमान में गिरावट आने से ठंड का प्रकोप काफी बढ़ गया है। बागवानी विशेषज्ञों का कहना है नवंबर महीने में ही बर्फबारी होने से तापमान में भारी गिरावट आ गई है, जो सेब चिलिंग ऑवर्स के लिए बेहतर मानी जा रही है। घाटी के बागवान अमित, चमन, राज किशोर, कमल, अमन, राजेश, कर्म चंद, ज्ञान ठाकुर, सेस राम, अशोक ठाकुर, अनिश ठाकुर, अखिल ठाकुर तथा नवीन ने कहा कि बर्फबारी और बारिश से निश्चित ही चिलिंग ऑवर्स को संजीवनी मिलेगी। साथ ही कृषि और बागवानी के रुके कार्य भी समय पर होंगे। कुल्लू फलोत्पादक मंडल के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि बर्फबारी चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक सिद्ध होगी। उन्होंने कहा कि इससे लंबे समय तक बगीचों में नमी भी बरकरार रहेगी, जो पौधों के लिए लाभदायक सिद्ध होगी। Conclusion:बागवानी अनुसंधान केंद्र सेऊबाग प्रभारी डॉ. जोगिंद्र सिंह ने कहा कि समय पर बर्फबारी और बारिश चिलिंग ऑवर्स के लिए सहायक होगी। इससे निश्चित ही आगामी फसल बेहतर होने की संभावना हैं।
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