कुल्लू: मैदानी इलाकों में पड़ रही भीषण गर्मी से निजाद पाने के लिए पर्यटक मनाली की हसीन वादियों का रुख कर रहे हैं. खासकर जून महीने में पर्यटकों की संख्या में रिकॉर्ड इजाफा हुआ है. वहीं, मनाली और अटल टनल के साथ-साथ रोहतांग दर्रा यहां आने वाले पर्यटकों की पहली पसंद बना हुआ है. जाहिर सी बात है मनाली आने वाला हर पर्यटक रोहतांग दर्रे तक पहुंचना चाहता है. ऐसे में HRTC के द्वारा NGT के आदेशों के बाद अब इलेक्ट्रिक बसों को रोहतांग दर्रा भेजा जा रहा है. जिससे पर्यटकों को सुविधा मिल रही है. अब पर्यटकों को मात्र 500 रुपये किराया देना पड़ रहा है.
इलेक्ट्रिक बस में रोहतांग दर्रे का सफर हुआ आसान: इससे पहले पर्यटकों को रोहतांग दर्रा जाने के लिए परमिट के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ती थी और टैक्सी में भी उन्हें भारी किराया देना पड़ता था. वहीं, एचआरटीसी ने इलेक्ट्रिक बस सेवा शुरू कर दी है. जिससे जहां निगम को भी अच्छी कमाई हो रही है. वहीं, पर्यटकों का पैसा भी बच रहा है और परमिट के लिए परेशान भी नहीं होना पड़ रहा है. निगम की यह बस मनाली से सुबह साढ़े 7 बजे से लेकर सुबह 10 बजे तक रोहतांग दर्रे के लिए रवाना होती है. फिलहाल के लिए निगम सिर्फ 8 बसों को रोहतांग दर्रे के लिए भेज रहा है. वहीं, पर्यटकों की मांग पर आने वाले दिनों में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या को भी बढ़ाने की दिशा में निगम प्रबंधन विचार कर रहा है. ऐसे में मनाली से रोहतांग दर्रे का दीदार पर्यटक इन इलेक्ट्रिक बसों में कर सकते हैं. रोहतांग दर्रा जाने वाले पर्यटकों को अब ऑनलाइन परमिट के झंझट से भी छुटकारा मिला है.
रोहतांग के लिए परमिट लेने के झंझट से मिला छुटकारा: रोहतांग दर्रा मनाली से 51 किलोमीटर की दूरी पर है और यहां पर अभी भी पर्यटक बर्फ का दीदार कर रहे हैं. NGT के आदेश जारी होने के बाद रोहतांग दर्रे पर जाने के लिए पर्यटकों को ऑनलाइन परमिट लेना होता है, लेकिन एक दिन में मात्र 1200 वाहनों को ही जाने की परमिशन मिलती है. जिस कारण पर्यटकों को रोहतांग का परमिट हासिल करने के लिए भी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है, साथ ही टैक्सी का भारी भरकम किराया चुकाना पड़ता है. अब एचआरटीसी की बस शुरू होने से पर्यटकों को काफी सुविधा और राहत मिल रही है.
पर्यटकों को पसंद आ रहा बस में रोहतांग का सफर: मनाली से रोहतांग के लिए बस में सफर कर रहे पर्यटक ने बताया की 'बस में सफर करना काफी सस्ता है. हमारा पूरा परिवार रोहतांग जा रहा है. ऐसे में अगर हम टैक्सी करते तो वो काफी महंगी होती. हमारे पूरे परिवार ने पूरी बस को बुक किया हुआ है और सब साथ में सफर कर रहे हैं.' वहीं, एक अन्य पर्यटक ने बताया कि 'इस बस में काफी अच्छ लग रहा है. रोहतांग के लिए अब परमिट लेने की जरुरत नहीं है. हमारे इलाके में काफी गर्मी है और हरियाली बिलकुल भी नहीं है. ऐसे में यहां हरियाली के साथ-साथ इस समय बर्फ देखने को भी मिलेगी'.
सिर्फ 500 रुपये में हो रहा रोहतांग का दीदार: रोहतांग जा रहे एक और पर्यटक ने बताया की 'बस का किराया हर कोई भरने में सक्षम है. एक निम्न परिवार का व्यक्ति भी इस बस में सफर कर रोहतांग का दीदार कर सकता है. एक मध्यमवर्गी परिवार का व्यक्ति ऐसी जगह घुमने जाना चाहता है और कई बार भारी भरकम किराए की वजह से वो ऐसी जगह घूमने नहीं जा सकता है. ऐसे में कम रुपये खर्च करके वो इस बस से रोहतांग जा सकता है. पैकेज में 4 से 5 हजार रूपये में यहां टैक्सी मिलती है और बस में सिर्फ 500 रुपये में ही रोहतांग जाया जा सकता है'.
इलेक्ट्रिक बसों को बढ़ाने का विचार कर रहा निगम: एचआरटीसी कुल्लू के क्षेत्रीय प्रबंधक डीके नारंग ने बताया कि जैसे जैसे पर्यटकों की संख्या में इजाफा होगा वैसे ही इन रूटों को बढ़ाया जाएगा. मनाली से रोहतांग के लिए 8 बसों को भेजा गया है. जिसमें प्रति व्यक्ति किराया 500 निर्धारित किया गया है. रोहतांग पहुंचकर यह बसे 3 घंटे तक पर्यटकों के लिए रुकी रहती है, उसके बाद सभी पर्यटकों को मनाली पहुंचाया जाता है. मनाली आने वाले पर्यटक अब इन बसों को प्राथमिकता दे रहे हैं, क्योंकि इनका किराया भी टैक्सी के मुकाबले बहुत कम है. 25 सीटर इस बस का कुल किराया 10 हजार रूपये के आसपास है. वहीं, दूसरी तरफ 5 सीटर टैक्सी का किराया 5000 रुपये से ज्यादा होता है. ऐसे में जहां पर्यटकों का आर्थिक रूप से फायदा होता है, तो वहीं, पर्यटकों को परमिट लेने की जद्दोजहद से भी नहीं जूझना पड़ता है. पर्यटक ऑनलाइन या बस स्टैंड मनाली से इन बसों की बुकिंग कर सकते हैं. कुछ दिनों में निगम मनाली से रोहतांग होते हुए अटल टनल और फिर वापिस मनाली के लिए बसें चलाएगा.
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