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ब्यास में सेल्फी नहीं ले पाएंगे सैलानी, पुलिस के साथ CCTV की रहेगी नजर - मणिकर्ण घाटी

ब्यास नदी में सैलानियों को उतरने से रोकने के लिए प्रशासन करीब एक दर्जन जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाने जा रहा है. संवेदनशील जगहों पर CCTV कैमरे भी लगेंगे.

ब्यास नदी में सैलानियों को जाने से रोकेंगे 150 पुलिस कर्मी
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Published : Apr 26, 2019, 2:13 PM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू में ब्यास नदी में जा रहे सैलानियों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. प्रशासन ने सैलानियों को ब्यास की ओर जाने से रोकने के लिए संवेदनशील जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी है. रोहतांग से लेकर कुल्लू तक जगह-जगह ब्यास नदी के किनारे 150 पुलिसकर्मी की भी तैनाती की जाएगी.


जिला प्रशासन करीब एक दर्जन जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाने जा रहा है, ताकि ब्यास की तेज धाराओं से सैलानियों को बचाया जा सके, वहीं प्रशासन कुल्लू मनाली के बीच करीब आधा दर्जन जगहों को भी चिन्हित किया है जहां सैलानियों की आवाजाही ज्यादा है और सैलानी ब्यास नदी में सेल्फी लेने के लिए उतर रहे हैं.


इस साल भी मणिकर्ण घाटी में सैलानियों द्वारा सेल्फी लेने का शौक उनकी जान पर भारी पड़ गया और वह पार्वती नदी की तेज धारा में बह गए. जिसके चलते अब प्रशासन भी सख्त हो गया है. चेतावनी के बावजूद भी अगर कोई सैलानी ब्यास नदी में उतरता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.

वीडियो


डीसी कुल्लू यूनुस ने बताया कि इस बार प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि कुल्लू से रोहतांग के बीच उन सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष तौर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि कोई भी सैलानी ब्यास नदी में नही उतर पाए. चेतावनी के बावजूद अगर कोई सैलानी ब्यास नदी में उतरता है तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अक्सर पर्यटन सीजन के दौरान जगह-जगह सैलानी ब्यास नदी में फोटो खींचने के लिए उतर जाते हैं जो कभी भी उनकी जान पर भारी पड़ सकता है. ऐसे में जिला प्रशासन कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित करेगा ताकि पर्यटकों की जान को बचाया जा सके.

कुल्लू: जिला कुल्लू में ब्यास नदी में जा रहे सैलानियों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है. प्रशासन ने सैलानियों को ब्यास की ओर जाने से रोकने के लिए संवेदनशील जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी है. रोहतांग से लेकर कुल्लू तक जगह-जगह ब्यास नदी के किनारे 150 पुलिसकर्मी की भी तैनाती की जाएगी.


जिला प्रशासन करीब एक दर्जन जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाने जा रहा है, ताकि ब्यास की तेज धाराओं से सैलानियों को बचाया जा सके, वहीं प्रशासन कुल्लू मनाली के बीच करीब आधा दर्जन जगहों को भी चिन्हित किया है जहां सैलानियों की आवाजाही ज्यादा है और सैलानी ब्यास नदी में सेल्फी लेने के लिए उतर रहे हैं.


इस साल भी मणिकर्ण घाटी में सैलानियों द्वारा सेल्फी लेने का शौक उनकी जान पर भारी पड़ गया और वह पार्वती नदी की तेज धारा में बह गए. जिसके चलते अब प्रशासन भी सख्त हो गया है. चेतावनी के बावजूद भी अगर कोई सैलानी ब्यास नदी में उतरता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है.

वीडियो


डीसी कुल्लू यूनुस ने बताया कि इस बार प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि कुल्लू से रोहतांग के बीच उन सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष तौर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी, ताकि कोई भी सैलानी ब्यास नदी में नही उतर पाए. चेतावनी के बावजूद अगर कोई सैलानी ब्यास नदी में उतरता है तो उन पर कानूनी कार्रवाई भी की जा सकती है. उन्होंने बताया कि अक्सर पर्यटन सीजन के दौरान जगह-जगह सैलानी ब्यास नदी में फोटो खींचने के लिए उतर जाते हैं जो कभी भी उनकी जान पर भारी पड़ सकता है. ऐसे में जिला प्रशासन कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित करेगा ताकि पर्यटकों की जान को बचाया जा सके.

Intro:व्यास नदी में सैलानियों को जाने से रोकेंगे 150 पुलिस कर्मी
कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी किये जायेंगे स्थापित


Body:जिला कुल्लू में व्यास नदी में जा रहे सैलानियों की सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन ने तैयारी कर ली है। प्रशासन ने सैलानियों को व्यास की ओर जाने से रोकने के लिए संवेदनशील जगह पर सीसीटीवी कैमरे लगाने की कवायद भी शुरू कर दी है। तो वहीं रोहतांग से लेकर कुल्लू तक जगह-जगह व्यास नदी के किनारे 150 पुलिसकर्मी की भी तैनाती की जाएगी। जिला प्रशासन करीब एक दर्जन जगह पर चेतावनी बोर्ड भी लगाने जा रहा है। ताकि व्यास की तेज़ धाराओं से सैलानियों को बचाया जा सके। वहीं प्रशासन कुल्लू मनाली के बीच करीब आधा दर्जन जगहों को भी चिन्हित किया है। जहां सैलानियों की आवाजाही अधिक है और सैलानी व्यास नदी में सेल्फी लेने के लिए उतर रहे हैं। इस साल भी मणिकर्ण घाटी में सैलानियों द्वारा सेल्फी लेने का शौक उनकी जान पर भारी पड़ गया और वह पार्वती नदी की तेज धारा में बह गए। जिसके चलते अब प्रशासन भी सख्त हो गया है वही चेतावनी के बावजूद भी अगर कोई सैलानी व्यास नदी में उतरता है तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है।


Conclusion:डीसी कुल्लू यूनुस ने बताया कि इस बार प्रशासन ने यह निर्णय लिया है कि कुल्लू से रोहतांग के बीच उन सभी संवेदनशील स्थानों पर विशेष तौर पर पुलिसकर्मियों की तैनाती की जाएगी। ताकि कोई भी सैलानी व्यास नदी में नही उतर पाए। वहीं चेतावनी के बावजूद अगर कोई सैलानी व्यास नदी में उतरता है तो उन पर कानूनी कार्यवाही भी की जा सकती है। उन्होंने बताया कि अक्सर पर्यटन सीजन के दौरान जगह-जगह सैलानी ब्यास नदी में फोटो खींचने के लिए उतर जाते हैं जो कभी भी उनकी जान पर भारी पड़ सकता है। ऐसे में जिला प्रशासन कुछ जगहों पर सीसीटीवी कैमरे भी स्थापित करेगा ताकि पर्यटकों किबजान को बचाया जा सके।
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