कुल्लू: कोरोना महामारी के चलते बाहर से आने वाले कई लोग जहां सरकार के दिशा-निर्देशों को दरकिनार कर क्वारंटाइन का उल्लंघन कर रहे हैं. वहीं, आनी के घोरला गांव के पवन श्याम ने प्रशासन के आग्रह पर खुद को होम क्वारंटाइन कर मिसाल पेश की है.
पवन घर से 16 किलोमीटर दूर करीब आठ हजार फीट की ऊंचाई पर क्वारंटाइन हैं और उनका परिवार घोरला गांव में रहता है, जोकि करीब पांच हजार फीट की ऊंचाई पर है.
पवन छह महीने बाद राजस्थान से घर लौटे हैं और दो मई को घर लौटने के बाद वह घर नहीं गए. पवन परिवार वालों से दूर से ही मिले. काफी समय बाद घर लौटने के कारण सात साल और डेढ़ साल की बेटी को गले लगाने का मन था, लेकिन परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए सीधे होम क्वारंटाइन के स्थान की ओर चल पड़े.
दो मई के बाद से पवन अकेले आठ हजार फीट की ऊंचाई पर स्थित अपने सेब के बगीचे में बने घर में क्वारंटाइन हैं. वह अकेले ही यहां खाना बनाते हैं और अपनी देखभाल भी खुद ही कर रहे हैं.
पवन श्याम आनी उपमंडल के पलेही पंचायत के घोरला गांव के रहने वाले हैं. राजस्थान में ऑलफ्रेश कंपनी में काम करते हैं. लॉकडाउन लगने के बाद घर आने की कोशिश करने पर प्रदेश सरकार से 30 अप्रैल को घर आने की अनुमति मिली.
पवन दो मई को लुहरी पहुंचे. पुलिस प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने होम क्वारंटाइन में रहने का आग्रह किया. इसके बाद पवन ने घर से करीब चार घंटे की पैदल दूरी तय कर नित्थर के बुआई नामक स्थान पर अपने बगीचे में बने घर में खुद को क्वारंटाइन किया.
पवन ने प्रदेश के बाहर से आने वाले लोगों से अपील की है कि क्वारंटाइन का इमानदारी से पालन करें क्योंकि ये आपके परिवार और समाज का महामारी से बचाव का सवाल है. स्थानीय लोग पवन श्याम द्वारा खुद को इस तरह क्वारंटाइन करने के फैसले की सराहना कर रहे हैं.
एसडीएम आनी चेत सिंह का कहना है कि बाहर से आने वाले लोगों को क्वारंटाइन किया जा रहा है. ऐसे में यदि कोई सरकारी आदेशों को दरकिनार करता है या क्वारंटाइन का उल्लंघन करता है तो उस पर सख्त कार्रवाई की जाएगी. चेत सिंह ने लोगों से यह भी अपील की है कि सरकार के दिशा निर्देशों का लोग इमानदारी से पालन करें और प्रशासन का सहयोग करें और अपने परिवार-समाज को बीमारी से बचाने के लिए बाहर से आने वाले लोग क्वारंटाइन सही प्रकार पालन करें.