कुल्लू: जिला कुल्लू में अब साहसिक गतिविधियों में शामिल पैराग्लाइडिंग पर पर्यटन विभाग की नजर रहेगी. वहीं पर्यटन विभाग के द्वारा पैराग्लाइडिंग फ्लाई के लिए भी एक दिन में 4 फ्लाई तय की गए हैं. तो वहीं, अब उससे ज्यादा कोई पायलट अगर फ्लाई करता है तो उसका लाइसेंस भी रद्द किया जाएगा. वहीं, अब विभाग के द्वारा जो फ्लाई के रेट तय किया गया है उस पर नजर रखने के लिए भी सभी पैराग्लाइडिंग साइट पर चार-चार कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. वहीं इसमें पैराग्लाइडिंग संगठन के सदस्य भी विभाग की मदद करेंगे. पैराग्लाइडिंग संगठन व विभाग के द्वारा तैनात कर्मचारियों के द्वारा सभी ऑपरेटर को टोकन भी दिया जाएंगे और टोकन के हिसाब से ही फ्लाई तय की जाएगी.
दरअसल पर्यटन विभाग को लंबे समय से शिकायत मिल रही थी कि पैराग्लाइडिंग के विभिन्न साइटों पर अलग-अलग रेट सैलानियों से वसूले जा रहे हैं. जिससे विभाग के द्वारा तय किए गए नियमों की भी अवहेलना हो रही थी. इसी मुद्दे को लेकर पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन व पर्यटन विभाग की एक बैठक आयोजित की गई. वहीं बैठक में यह निर्णय लिया गया कि अब सभी साइट में एक काउंटर स्थापित किया जाएगा. जहां पर पर्यटन विभाग के द्वारा तैनात किए गए कर्मचारियों और पैराग्लाइडिंग संघ के सदस्य मौजूद रहेंगे. सभी पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर को फ्लाई करने के लिए वहां से टोकन लेने होंगे और हर एक फ्लाई का 3500 रुपए भी वहीं पर जमा करवाना होगा. ऐसे में संगठन के सदस्यों के द्वारा टोकन वापस देने वाले पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर को 3500 रुपए वापस किए जाएंगे. इससे ना तो कोई पैराग्लाइडिंग ऑपरेटर मनमाने तरीके से पैसे वसूल पाएगा और ना ही वह विभाग के द्वारा तय की गई फ्लाई से अधिक उड़ान भर पाएगा.
पर्यटन विभाग व पैराग्लाइडिंग संगठन के बीच हुई बैठक में निर्णय लिया गया कि सभी साइट पर चार-चार कर्मचारियों की नियुक्ति की जाएगी. जिसमें दो कर्मचारी लैंडिंग साइट पर और दो कर्मचारी टेक ऑफ साइट पर मौजूद रहेंगे. विभाग के द्वारा जल्द ही आउटसोर्स के माध्यम से इन कर्मचारियों के नियुक्ति की जाएगी..जिला कुल्लू में आठ पैराग्लाइडिंग साइट है. ऐसे में कुछ जगह पर सैलानियों से एक फ्लाई का 1000 तो कई जगह पर 2 हजार रुपए भी वसूले जा रहे थे. वही बाहरी राज्यो के ट्रैवल एजेंट के द्वारा भी इसमें काफी कमीशन लूटी जा रही थी. ऐसे में कमीशन के इस खेल को रोकने के लिए ही अब संगठन और विभाग के द्वारा यह फैसला लिया गया है.
जिला कुल्लू पर्यटन विकास अधिकारी सुनैना शर्मा ने बताया कि अब जल्द ही सभी साइट पर कर्मचारियों की तैनाती की जाएगी और पैराग्लाइडिंग संगठन के साथ मिलकर ही अब फ्लाई तय की जाएगी. इसमें अब ना तो विभाग के द्वारा तय किए गए नियमों की अवहेलना हो पाएगी और ना ही कमीशन का यह खेल आगे चल पाएगा.