ETV Bharat / state

एनटीटी अध्यापिकाओं का प्रदेशभर में प्रदर्शन, सरकार से आयु सीमा में छूट देने की मांग

प्रदेश सरकार ने 23 सालों बाद प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति शुरू कर दी है. जिसके बाद पूरे प्रदेश में प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया है. संघ का कहना है कि प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति बैच वाइज की जाए और वार्ड आफ एक्स सर्विसमैन का कोटा दिया जाए. भर्ती के लिए योग्यता प्लस टू पास नर्सरी का विशेष प्रमाण पत्र रखा जाए ताकि 23 वर्षों से बेरोजगारी की मार झेल रही एनटीटी डिप्लोमा होल्डर्स के भविष्य को अंधकार में डूबने से बचाया जा सके.

ntt teachers protest in himachal pradesh for age relaxation
फोटो.
author img

By

Published : Sep 22, 2021, 3:31 PM IST

कुल्लू/मंडी: हिमाचल प्रदेश में 23 सालों के बाद प्रदेश सरकार के द्वारा प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है. बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. नर्सरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ ने कुल्लू और मंडी जिले में प्रदर्शन कर अपने मांगों का ज्ञापन डीसी को सौंपा.

कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर स्थित डीसी कार्यालय में भी नर्सरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला. इस दौरान डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश सरकार व शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा. जिला कुल्लू नर्सरी अध्यापक संघ की उपाध्यक्ष रेणुका ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक पाठशाला में बच्चों की शिक्षा की मजबूती व गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जो एनटीटी अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है. उसके लिए वे प्रदेश सरकार की आभारी हैं.

वीडियो.

वहीं, प्रदेश में 1997 के बाद नर्सरी अध्यापकों को प्राथमिक पाठशाला में नहीं लगाया गया है. ऐसे में प्रदेश भर में कई ऐसी प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापक ऐसे हैं, जिनकी आयु अब अधिक हो गई है. ऐसे में प्रदेश सरकार से मांग रखी गई है कि नर्सरी अध्यापकों की आयु सीमा में छूट दी जाए ताकि उन्हें भी नौकरी करने का अवसर हासिल हो सके. इसके अलावा वार ऑफ एक्स सर्विसमैन का कोटा दिया जाए और प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति जल्द की जाए. इसके अलावा उच्च शिक्षा प्राप्त प्रार्थी को शैक्षिणिक योग्यता के अनुसार प्राथमिकता दी जाए तथा प्रशिक्षण एनटीटी अध्यापक की नियुक्ति बिना किसी शर्त के साथ की जाए.



वहीं, प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने प्राथमिक पाठशालाओं में प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति की मांग को लेकर मंडी शहर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया. संघ का कहना है कि 3 वर्ष पहले नर्सरी अध्यापिकाओं को प्राथमिक पाठशाला में लगाया गया था, लेकिन उसके बाद आज तक पूरे प्रदेश में कोई भी नर्सरी अध्यापिका नहीं लगाई गई हैं. इनमें से अधिकतर महिला गरीब परिवार से संबंध रखती हैं और कुछ महिलाएं विधवा हो गई हैं, जिन्हें रोजगार की सख्त आवश्यकता है.

इस मौके पर प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ की प्रदेश महामंत्री कल्पना शर्मा व प्रदेश कोषाध्यक्ष ललिता ठाकुर ने कहा कि प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति बैच वाइज की जाए और वार्ड आफ एक्स सर्विसमैन का कोटा दिया जाए. भर्ती के लिए योग्यता प्लस टू पास नर्सरी का विशेष प्रमाण पत्र रखा जाए. वहीं, प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका की नियुक्ति बिना किसी शर्त पर की जाए. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति राजकीय प्राथमिक पाठशाला में चल रही प्री नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए नियमित आधार पर शीघ्र अति शीघ्र करने का निर्णय लें, ताकि 23 वर्षों से बेरोजगारी की मार झेल रही एनटीटी डिप्लोमा होल्डर्स के भविष्य को अंधकार में डूबने से बचाया जा सके.

ये भी पढ़ें: पुलिस विभाग के बेड़े में शामिल हुए 61 नए वाहन, CM बोले: जवानों को सुविधाएं देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध

कुल्लू/मंडी: हिमाचल प्रदेश में 23 सालों के बाद प्रदेश सरकार के द्वारा प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है. बुधवार को प्रदेश के कई जिलों में प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों ने अपनी मांगों को लेकर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. नर्सरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ ने कुल्लू और मंडी जिले में प्रदर्शन कर अपने मांगों का ज्ञापन डीसी को सौंपा.

कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर स्थित डीसी कार्यालय में भी नर्सरी प्रशिक्षित अध्यापक संघ का एक प्रतिनिधिमंडल डीसी से मिला. इस दौरान डीसी कुल्लू के माध्यम से प्रदेश सरकार व शिक्षा मंत्री को ज्ञापन भेजा. जिला कुल्लू नर्सरी अध्यापक संघ की उपाध्यक्ष रेणुका ने बताया कि प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक पाठशाला में बच्चों की शिक्षा की मजबूती व गुणवत्ता बढ़ाने के लिए जो एनटीटी अध्यापकों की नियुक्ति की जा रही है. उसके लिए वे प्रदेश सरकार की आभारी हैं.

वीडियो.

वहीं, प्रदेश में 1997 के बाद नर्सरी अध्यापकों को प्राथमिक पाठशाला में नहीं लगाया गया है. ऐसे में प्रदेश भर में कई ऐसी प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापक ऐसे हैं, जिनकी आयु अब अधिक हो गई है. ऐसे में प्रदेश सरकार से मांग रखी गई है कि नर्सरी अध्यापकों की आयु सीमा में छूट दी जाए ताकि उन्हें भी नौकरी करने का अवसर हासिल हो सके. इसके अलावा वार ऑफ एक्स सर्विसमैन का कोटा दिया जाए और प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति जल्द की जाए. इसके अलावा उच्च शिक्षा प्राप्त प्रार्थी को शैक्षिणिक योग्यता के अनुसार प्राथमिकता दी जाए तथा प्रशिक्षण एनटीटी अध्यापक की नियुक्ति बिना किसी शर्त के साथ की जाए.



वहीं, प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ ने प्राथमिक पाठशालाओं में प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापकों की नियुक्ति की मांग को लेकर मंडी शहर में रैली निकालकर प्रदर्शन किया. संघ का कहना है कि 3 वर्ष पहले नर्सरी अध्यापिकाओं को प्राथमिक पाठशाला में लगाया गया था, लेकिन उसके बाद आज तक पूरे प्रदेश में कोई भी नर्सरी अध्यापिका नहीं लगाई गई हैं. इनमें से अधिकतर महिला गरीब परिवार से संबंध रखती हैं और कुछ महिलाएं विधवा हो गई हैं, जिन्हें रोजगार की सख्त आवश्यकता है.

इस मौके पर प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका संघ की प्रदेश महामंत्री कल्पना शर्मा व प्रदेश कोषाध्यक्ष ललिता ठाकुर ने कहा कि प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति बैच वाइज की जाए और वार्ड आफ एक्स सर्विसमैन का कोटा दिया जाए. भर्ती के लिए योग्यता प्लस टू पास नर्सरी का विशेष प्रमाण पत्र रखा जाए. वहीं, प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिका की नियुक्ति बिना किसी शर्त पर की जाए. उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की प्रशिक्षित नर्सरी अध्यापिकाओं की नियुक्ति राजकीय प्राथमिक पाठशाला में चल रही प्री नर्सरी कक्षाओं को पढ़ाने के लिए नियमित आधार पर शीघ्र अति शीघ्र करने का निर्णय लें, ताकि 23 वर्षों से बेरोजगारी की मार झेल रही एनटीटी डिप्लोमा होल्डर्स के भविष्य को अंधकार में डूबने से बचाया जा सके.

ये भी पढ़ें: पुलिस विभाग के बेड़े में शामिल हुए 61 नए वाहन, CM बोले: जवानों को सुविधाएं देने के लिए सरकार प्रतिबद्ध

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.