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हिमाचल में कहां 10 हजार फिट पर मिलेगा इको फ्रेंडली मार्केट, जानें इस महीने कब होगा शुरू

अगर आप हिमाचल घूमने का शौक रखते हैं और आप मई अंत में टूर बना रहे तो 10280 फीट की ऊंचाई पर इको फ्रेंडली मार्केट भी मिलेगा और पार्किंग की जगह भी. साथ ही रेस्तरां में कई लजीज व्यंजन भी. जानने के लिए पढ़ें पूरी खबर..

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Published : May 4, 2023, 9:38 AM IST

कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के जलोड़ी जोत में अब पर्यटकों को खाने- पीने के साथ वाहनों के पार्किंग की उचित सुविधा मिलेगी. 10280 फीट की ऊंचाई पर वन विभाग यहां पर नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर का निर्माण कर रहा है. इसे इको फ्रेंडली मार्केट तकनीक से तैयार किया जा रहा है. वहीं, इसी महीने अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.

कुल्लू के  बंजार के जलोड़ी जोत में इको फ्रेंडली मार्केट बन रहा
कुल्लू के बंजार के जलोड़ी जोत में इको फ्रेंडली मार्केट बन रहा

सैलानियों को मिलेंगी कई सविधाएं: उसके बाद यहां पर सैलानियों को सुविधा प्रदान की जाएगी. सैलानियों को यहां पर गाड़ियों की पार्किंग के साथ-साथ खाने-पीने, बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा मिलेगी. इस तरह की इको फ्रेंडली मार्केट को तैयार करने के लिए जिला प्रशासन ने लाडा के माध्यम से साढ़े 5 करोड रुपए के बजट का प्रावधान किया था.अब इसे तेजी से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है,ताकि इसे माह के अंत तक खोल दिया जाए.

पर्यटन को लगेंगे पंख: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार और आनी के बीच जलोड़ी दर्रा दोनों विधानसभा को आपस में जोड़ने के लिए एक अहम भूमिका निभाता है. जलोड़ी दर्रा से करीब 8 किलोमीटर दूर सरयोलसर झील है. वहीं, दूसरी और रघुपुर फोर्ट भी मौजूद है. ऐसे में हर साल लाखों सैलानी जलोड़ी दर्रा में प्रकृति का मजा लेने के लिए पहुंचते हैं. वहीं .जिला प्रशासन भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस मार्किट का निर्माण किया जा रहा है.

11 रेस्तरां और 200 वाहनों की पार्किंग: नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर में 11 रेस्तरां बनाए जा रहे हैं और इसके साथ ही 200 वाहनों की पार्किग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इस मार्केट को इस तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के पर्यावरण और सुंदरता को कोई परेशानी ना हो. हालांकि ,स्थानीय लोगों ने जलोड़ी दर्रा में पुरानी लकड़ी के पुराने ढारे बनाए हैं, लेकिन इससे जलोड़ी दर्रा की सुंदरता भी खराब हो रही है. ऐसे में अब इन लकड़ी के ढारे को प्रशासन हटाएगा और यहां पर इको फ्रेंडली मार्केट पर ही सभी गतिविधियां आयोजित की जाएगी.

हिमालयन नेशनल पार्क के साथ लगा इलाका: इसके अलावा इस सेंटर में पर्यटकों को यहां के वन्य प्राणियों की जानकारी दी जाएगी, क्योंकि यह इलाका ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के साथ सटा हुआ है. यहां पर दुर्लभ वन्य प्राणी जंगल में देखे जाते हैं. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा. मई माह के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा.

ये भी पढ़ें : उपकरणों से बचाई जाएगी रोहतांग दर्रे की बर्फ, सैलानी ज्यादा समय तक कर सकेंगे बर्फ का दीदार

कुल्लू: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार के जलोड़ी जोत में अब पर्यटकों को खाने- पीने के साथ वाहनों के पार्किंग की उचित सुविधा मिलेगी. 10280 फीट की ऊंचाई पर वन विभाग यहां पर नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर का निर्माण कर रहा है. इसे इको फ्रेंडली मार्केट तकनीक से तैयार किया जा रहा है. वहीं, इसी महीने अंत तक इसका निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा.

कुल्लू के  बंजार के जलोड़ी जोत में इको फ्रेंडली मार्केट बन रहा
कुल्लू के बंजार के जलोड़ी जोत में इको फ्रेंडली मार्केट बन रहा

सैलानियों को मिलेंगी कई सविधाएं: उसके बाद यहां पर सैलानियों को सुविधा प्रदान की जाएगी. सैलानियों को यहां पर गाड़ियों की पार्किंग के साथ-साथ खाने-पीने, बिजली, पानी और शौचालय की सुविधा मिलेगी. इस तरह की इको फ्रेंडली मार्केट को तैयार करने के लिए जिला प्रशासन ने लाडा के माध्यम से साढ़े 5 करोड रुपए के बजट का प्रावधान किया था.अब इसे तेजी से पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है,ताकि इसे माह के अंत तक खोल दिया जाए.

पर्यटन को लगेंगे पंख: जिला कुल्लू के उपमंडल बंजार और आनी के बीच जलोड़ी दर्रा दोनों विधानसभा को आपस में जोड़ने के लिए एक अहम भूमिका निभाता है. जलोड़ी दर्रा से करीब 8 किलोमीटर दूर सरयोलसर झील है. वहीं, दूसरी और रघुपुर फोर्ट भी मौजूद है. ऐसे में हर साल लाखों सैलानी जलोड़ी दर्रा में प्रकृति का मजा लेने के लिए पहुंचते हैं. वहीं .जिला प्रशासन भी पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इस मार्किट का निर्माण किया जा रहा है.

11 रेस्तरां और 200 वाहनों की पार्किंग: नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर में 11 रेस्तरां बनाए जा रहे हैं और इसके साथ ही 200 वाहनों की पार्किग की सुविधा भी उपलब्ध होगी. इस मार्केट को इस तरह से तैयार किया जा रहा है, जिससे क्षेत्र के पर्यावरण और सुंदरता को कोई परेशानी ना हो. हालांकि ,स्थानीय लोगों ने जलोड़ी दर्रा में पुरानी लकड़ी के पुराने ढारे बनाए हैं, लेकिन इससे जलोड़ी दर्रा की सुंदरता भी खराब हो रही है. ऐसे में अब इन लकड़ी के ढारे को प्रशासन हटाएगा और यहां पर इको फ्रेंडली मार्केट पर ही सभी गतिविधियां आयोजित की जाएगी.

हिमालयन नेशनल पार्क के साथ लगा इलाका: इसके अलावा इस सेंटर में पर्यटकों को यहां के वन्य प्राणियों की जानकारी दी जाएगी, क्योंकि यह इलाका ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के साथ सटा हुआ है. यहां पर दुर्लभ वन्य प्राणी जंगल में देखे जाते हैं. डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग ने बताया कि नेचर इंटरप्रिटेशन कम सर्विस सेंटर का निर्माण कार्य तेज गति से चल रहा. मई माह के अंत तक इसे पूरा कर लिया जाएगा.

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