कुल्लूः हिमाचल प्रदेश के ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और तीर्थन वन्यजीव अभ्यारण्य कुल्लू को पूरे देश में सर्वश्रेष्ठ प्रतिबंधित संरक्षित क्षेत्र के रूप में स्थान दिया गया है. सैंज वन्यजीव अभ्यारण्य को भी शीर्ष 5 में स्थान दिया गया है. यह जानकारी प्रदेश के वन मंत्री राकेश पठानिया ने दी है.
11 जनवरी को नई दिल्ली में जारी की थी मूल्यांकन रिपोर्ट
वन मंत्री राकेश पठानिया ने कहा कि केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री प्रकाश जावडे़कर ने 11 जनवरी को नई दिल्ली में भारत में राष्ट्रीय उद्यानों और वन्यजीव अभ्यारण्यों के प्रबंधन प्रभावशाली मूल्यांकन रिपोर्ट जारी की थी. इस रिपोर्ट में ही देश के 5 सबसे अच्छे प्रतिबंधित संरक्षित क्षेत्रों में से हिमाचल से संबंधित 3 क्षेत्रों ने अपना स्थान बनाया है. प्रभावशाली प्रबंधन का मूल्यांकन कई मापदंडों के आधार पर किया जाता है.
सैंज वन्य जीव अभयारण्य ने प्राप्त किए 82.05 प्रतिशत अंक
इसमें यह परिभाषित किया जाता है कि राष्ट्रीय उद्यान/वन्यजीव अभ्यारण्य का प्रबंधन किस प्रकार से किया जा रहा है. हिमाचल प्रदेश के 13 संरक्षित क्षेत्रों समेत राष्ट्रीय स्तर पर 146 राष्ट्रीय उद्यान और वन्यजीव अभ्यारण्य की मूल्यांकन प्रक्रिया भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादून और स्वतंत्र मूल्यांकनकर्ताओं की एक टीम के माध्यम से की गई है.
अंकों में स्टाफ की स्थिति, वित्तीय संसाधनों के प्रावधान, संरक्षण की सीमा, संरक्षण मूल्यों के प्रति समुदायों की भागीदारी और जागरूकता सहित विभिन्न मापदंडों का मूल्यांकन किया गया है. राष्ट्रीय औसत 62 प्रतिशत की तुलना में ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क और तीर्थन वन्यजीव अभ्यारण्य ने 82.17 प्रतिशत अंक प्राप्त किए, जबकि सैंज वन्य जीव अभयारण्य ने 82.05 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं.