कुल्लू : सोमवार को वन एवं परिवहन एवं खेल मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने विकास कार्यों की समीक्षा बैठक में हिस्सा लिया. ढालपुर सिथत देवसदन में हुई बैठक में मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि कोरोना के संकट के दौर में विकास और निर्माण कार्य में जो विराम लगा था. उसकी पूर्ति के लिए सभी विभागों को रूटीन से हटकर अतिरिक्त काम करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जो गतिविधियां बंद हो गई थी .उसे अब दोगुनी गति के साथ आगे बढ़ाना होगा.
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने अधिकारियों को कहा सरकारी विभागों के पास पिछले कई सालों से हजारों करोड़ राशि पड़ी हुई है जो खर्च नहीं हो पाई है. अधिकारियों को सरकार के विकास की मंशा को पूरी करने के लिए अतिरिक्त विकास करने होंगे.
जल शक्ति विभाग के कार्यों की भी समीक्षा
वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने जल शक्ति विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए कहा कि जल जीवन मिशन के तहत कुल 65 योजनाएं स्वीकृत की गई. प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना के तहत जिले के लिए पहली सेल्फ 4875. 67 करोड़ की है. जिसमें 13 योजनाओं को स्वीकृति मिली, जबकि 16 योजनाओं की दूसरी सेल 9065.02 लाख रुपए की स्वीकृति है.
वन विभाग के कार्यों की भी समीक्षा
वन विभाग के कार्यों की समीक्षा करते हुए वन मंत्री गोविंद सिंह ठाकुर ने कहा कि विद्यार्थी मित्र योजना के तहत स्कूलों में 1130 हेक्टेयर भूमि पर पौधारोपण किया जाएग. वन समृद्धि जन समृद्धि योजना के तहत पार्वती वन मंडल में साइट का चयन किया गया. एक बूटा बेटी के नाम योजना के तहत 2250 किट स्वीकृत की गई.
नाराजगी भी जताई
वन मंत्री को विभागीय अधिकारियों ने अवगत कराया लोक निर्माण विभाग के पास लगभग 15.87 करोड़ की राशि खर्च नहीं की गई. जिस पर मंत्री ने नाराजगी जाहिर करते हुए कहा कि निर्माण कार्य को गति देने की जरूरत है. उन्होंने लोक निर्माण विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि सड़कों और पुलों के निर्माण को प्राथमिकता प्रदान की जानी चाहिए.
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