आनीः उपमंडल के विभिन्न क्षेत्रों से किसान मिल्कफेड को दूध बेचते हैं. आरोप है कि कई जगहों से दूध किसानों को वापस लौटाया जा रहा है या फिर कम दामों पर किसानों से दूध की खरीद हो रही है. मिल्कफेड से खफा दुग्ध उत्पादक किसानों ने गत रोज आनी में उपायुक्त के समक्ष अपनी परेशानियों को रखा और इसकी जांच कर उचित कार्रवाई की मांग उठाई.
एनालाइजर मशीन को ठीक करवाने की मांग
क्षेत्र के किसान पदम प्रभाकर, लता देवी, शारदा, लुदर सिंह, ओमप्रकाश, चुनीलाल, मिश्रादेवी सहित तमाम दुग्ध उत्पादक किसानों का कहना है कि जाओं सोसाइटी में एनालाइजर मशीन खराब पड़ी है. जिसे जल्द दुरूस्त किया जाए या फिर यहां नई मशीन लगाई जाए, ताकि सोसाइटी में ही किसानों के दूध के दाम तय हों.
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आठ से 12 रूपये प्रति लीटर मिले दूध के दाम
उन्होंने कहा कि कुछ दिन पहले आठ से 12 रूपये प्रति लीटर के हिसाब से किसानों को दूध के रेट बताए गए तो वे हैरान रह गए. किसानों ने उपायुक्त के माध्यम से अपनी बात रखते हुए कहा कि सोसाइटी में ही किसानों को दाम निर्धारित किए जाएं. उन्होंने कहा कि यदि आगे दूध में कोई गड़बड़ करता हो तो उसकी जबावदेही फील्ड पर तैनात अधिकारियों की सुनिश्चत की जाए, जबकि किसानों को उनके खून पसीने की कमाई उन्हें दी जाए. उन्होंने कहा कि इससे पूर्व भी किसानों ने एसडीएम के माध्यम से अपनी समस्या रखी हैं.
मिल्क फेड के निदेशक ने दिया समस्या के हल का आश्वासन
वहीं, इस बारे मिल्क फेड के निदेशक महेन्द्र ठाकुर का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद उन्होंने स्वयं जाओं और नगान केंद्र का दौरा किया. बुधवार को जो डिग्री जाओं सोसाइटी में आई है उसी आधार पर नगान में भी चैक करने पर सही पाई गई है. उन्होंने कहा कि इस शिकायत को लेकर वे स्वयं नजर रखे हैं. परेशानी को जल्द दूर किया जाएगा.
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