कुल्लू: सामरिक दृष्टि से महत्वपूर्ण मनाली-लेह मार्ग मंगलवार से आधिकारिक तौर पर बंद हो गया है. अगले छह महीनों के लिए यह मार्ग आधिकारि तौर पर बंद कर दिया गया है. हालांकि बर्फबारी होने तक इस मार्ग पर वाहनों की आवाजाही अपने जोखिम पर सुचारू रहेगी, लेकिन कुंजम, शिकुला व बारालाचा दर्रे में अचानक होने वाली बर्फबारी कभी भी सैलानियों व राहगीरों के मार्ग में बाधक बन सकती है.
लाहौल-स्पीति प्रशासन ने 22 सितंबर को सरचू स्थित अपनी अस्थायी पुलिस चौकी हटाई थी जबकि 15 अक्टूबर को दारचा में अस्थायी चौकी भी हटाई जा रही है. साथ ही काजा मार्ग को भी आधिकारिक तौर पर बंद किया गया है. बीआरओ ने इस साल जून के पहले सप्ताह मनाली को लेह से जोड़ा था और 8 जून को सेना के वाहन बारालाचा दर्रे के आरपार कर गए थे, जबकि जून के अंत में काजा मार्ग भी बहाल हो गया था.
बीआरओ ने हालांकि दारचा व आसपास के क्षेत्रों में काम जारी रखा है लेकिन मनाली लेह मार्ग के आधिकारिक तौर पर बंद होने से राहगीरों व सैलानियों को सफर करना जोखिम भरा रहेगा. बीआरओ मनाली लेह मार्ग के डार्कगा में भागा नदी पर इस मार्ग का 360 मीटर का सबसे लंबा पुल बना रहा है.