कुल्लू: जिला कुल्लू के विभिन्न खंडों में जो धार्मिक पर्यटन स्थल (Religious tourist places in kullu) हैं, वहां पर श्रद्धालु आसानी से पहुंच सके इसके लिए जिला परिषद कुल्लू भी अपने स्तर पर प्रयास करेगी. जिला कुल्लू के मुख्यालय ढालपुर के जिला परिषद सभागार में बुधवार को जिला परिषद के त्रैमासिक बैठक का आयोजन किया गया. इस बैठक की अध्यक्षता जिला परिषद के अध्यक्ष पंकज परमार के द्वारा की गई. बैठक में निर्णय लिया गया कि जिला कुल्लू में कई ऐसे धार्मिक स्थल हैं, जहां पर सैलानी नहीं पहुंच पाते हैं. ऐसे में पर्यटक यहां आसानी से पहुंच सके, इसके लिए यहां पर मूलभूत सुविधाएं जुटाई जाएंगी. जिसका खाका जल्द तैयार किया जाएगा और अधिकारियों के साथ मिलकर इस योजना पर विशेष रूप से चर्चा की जाएगी.
जिला परिषद (Kullu Zila Parishad) के अध्यक्ष पंकज परमार ने कहा कि जिला कुल्लू के निरमंड खंड में हर साल श्रीखंड यात्रा का आयोजन किया जाता है और देश-विदेश के हजारों सैलानी इस में भाग लेते हैं. यात्रा के लिए रास्ते की जो व्यवस्था है, उसे कैसे सुधारा जा सके उसके लिए भी जिला कुल्लू के अधिकारियों के साथ चर्चा की जाएगी. ताकि धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिल सके. वहीं, बंजार घाटी की संकीर्ण चोटी पर भी हर साल देवता श्रृंगा ऋषि अपने हरियानो के साथ यात्रा पर जाते हैं और उसे भी धार्मिक पर्यटन के रूप में विकसित किया जा सकता है.
इसके अलावा सैंज घाटी के निहारनी से शाकटी गांव की और जाने वाले रास्ते की हालत भी बेहद खराब है और यहां पर कई बार लोग दुर्घटना का भी शिकार हो चुके हैं. ऐसे में इस पैदल रास्ते के सुधारने के लिए भी जिला प्रशासन के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी. ताकि यहां जाने वाले लोगों को दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. जिला परिषद अध्यक्ष पंकज परमार ने बताया कि कई पर्यटन स्थलों पर सैलानियों को शौचालय की सुविधा नहीं मिल पाती है. ऐसे में यहां पर जिला परिषद के फंड से शौचालय स्थापित किए जाएंगे. ताकि जिला कुल्लू के धार्मिक स्थल को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जा सके और यहां आने वाले श्रद्धालुओं को मूलभूत सुविधाएं मिल सकें.
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