कुल्लू: हिमाचल में बाढ़ और भारी बारिश की वजह से कई सड़कें अभी भी बाधित है. जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुछ ऐसा ही हाल है जिला कुल्लू के उप मंडल बंजार की सैंज घाटी का. जहां अभी भी सड़कों पर गाड़ियों की आवाजाही शुरू नहीं हो पाई है. ऐसे में अगर कोई बीमार पड़ जाए तो ग्रामीणों को उसे कुर्सी के सहारे कंधों पर लादकर पैदल ही अस्पताल पहुंचाना पड़ता है.
बीती शाम सड़क मार्ग बंद होने के चलते एक मरीज को कुर्सी पर लादकर घर तक पहुंचना पड़ा. जानकारी के अनुसार देहुरी धार पंचायत के शफाडी गांव के भगत राम (65) का पीजीआई चंडीगढ़ में इलाज चल रहा था. अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद देर शाम भगत राम न्यूली पहुंचा, लेकिन न्यूली शेंशर सड़क मार्ग बंद होने के चलते परिजनों की चिंता बढ़ गई. परिजनों ने किसी तरह स्थानीयों की मदद से भगत राम को कुर्सी पर लादकर पहले न्यूली पावर हाउस से सांभा पहुंचाया और उसके बाद तुंग से शफाडी गांव तक पहुंचाया. ऐसे में ग्रामीणों की सहायता से बुजुर्ग भगत राम को 6 किलोमीटर कुर्सी पर लादकर ले जाया गया. वहीं, अगर न्यूली से शेंशर सड़क मार्ग बहाल होता तो परिजनों को दिक्कतों का सामना नहीं करना होता.
देहुरी धार पंचायत के प्रधान भगत राम का कहना है कि सड़क बंद होने के चलते किसानों और बागवानों को काफी दिक्कतें आ रही है. वही स्कूल जाने वाले छात्रों को भी कई किलोमीटर पैदल सफर तय करना पड़ रहा है. वहीं, कोई बीमार पड़ जाए तो उसे कुर्सी पर उठाकर अस्पताल ले जाना पड़ता है. उन्होंने जिला प्रशासन से आग्रह किया कि जल्द से जल्द सड़कों को छोटे वाहनों की आवाजाही के लिए खोलने का काम करे. ताकि मरीजों को दिक्कत का सामना न करना पड़े. वहीं एसडीएम बंजार हेमचंद वर्मा ने कहा लोक निर्माण विभाग क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत कर रहा है. जल्द सभी सड़कों को वाहनों की आवाजाही के लिए खोल दिया जाएगा.
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