कुल्लू: कुल्लू जिले में शनिवार को मंकर संक्रांति का पर्व धूमधाम (Makar Sankranti 2023) से मनाया गया. इस अवसर पर घाटी के लोगों ने अपने आराध्य देव की पूजा-अर्चना के साथ बुजुर्गों को जूब देकर आशीर्वाद लिया. वहीं, मकर संक्रांति पर घरों में पारंपरिक पकवान भी तैयार किए गए. इस दौरान घी, खिचड़ी, भल्ले आदि की खुशबू से घाटी महक उठी और लोगों ने एक-दूसरे के घरों में जाकर मकर संक्रांति की बधाई दी. (Makar Sankranti in kullu).
इसके अलावा घर में आए हुए मेहमानों को पारंपरिक व्यंजन परोसे गए. जिला कुल्लू के ग्रामीण क्षेत्रों में दिनभर मेहमाननवाजी का दौर चलता रहा. इसके साथ ही देवता बिजली महादेव के सम्मान में भ्रैंण गांव और माता भागासिद्ध के सम्मान में पीणी में दियाली उत्सव का भी आगाज हुआ. मकर संक्रांति के अवसर पर तीर्थ स्थल मणिकर्ण, क्लाथ और वशिष्ठ में लोगों ने गर्म पानी में पवित्र स्नान किया. वहीं, मणिकर्ण में श्रद्धालुओं के लिए मंदिर कमेटी के द्वारा विशेष व्यवस्था की गई थी.(Makar Sankranti in Manikaran).
कुल्लू के निवासी संजीव ने बताया कि कुल्लू घाटी में मकर सक्रांति को बड़े धूमधाम से मनाया जाता है. प्राचीन समय से चली आ रही परंपरा का आज भी हमारे लोग निर्वहन कर रहे हैं. जिसमें लोगों विभिन्न प्रकार के व्यंजन बनाते हैं. मकर सक्रांति के अवसर पर जुब देने की भी परंपरा है. छोटे बच्चे सुबह कड़ाके की ठंड में घर-घर जाकर जूव देकर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं, जहां उन्हें अखरोट, मूंगफली, रेवड़ी और गचक भी मिलती है. उन्होंने बताया कि घाटी के लोग आज भी पुरानी परंपरा का निर्वहन कर रहे हैं और इस पर्व को लोग सात दिनों तक मनाते हैं.
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