कुल्लू: पुलिस ने कुल्लू में जाली सिम कार्ड से ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है. शातिरों ने ठगी के लिए नायाब तरीका अपनाया था. वे दुकानदारों से दस से पंद्रह हजार रुपये की रकम की ठगी करते थे.
अब तक जिले में एक दर्जन से अधिक लोग इस गैंग की ठगी का शिकार हो चुके हैं. पुलिस ने चार लोगों को पकड़ा है. सभी आरोपियों का क्रिमिनल रिकॉर्ड है.
ऐसे करते थे ठगी
दरअसल, दो दिन पहले काईस में मीट की दुकान चलाने वाले एक व्यक्ति को अनजान नंबर से फोन आया. फोन पर आरोपी ने कहा वह उसका दूर का रिश्तेदार है. उसको 20 किलो मीट चाहिए, वह अभी घर से दूर है. उसने मीट शॉप के मालिक को बताया कि उसने ऑनलाइन कोई सामान मंगा रखा है.
उस सामान को लेकर एक व्यक्ति आपके पास आएगा आप उस सामान को अपने रख लें और उसकी एवज में उसे दूसरे आदमी को 9500 रुपये दे दो. पीड़ित ने बताया कि थोड़ी देर में एक व्यक्ति उनके पास आया. उससे कहा कि आपको फोन आया होगा और मैं सामान देने आया हूं.
सामान देने वाले व्यक्ति ने एक पैकेट में एक लोहे का टुकड़ा उस मीट विक्रेता को दे दिया. मीट विक्रेता ने 9500 रुपये व्यक्ति को दिए. शाम के समय जब मीट विक्रेता ने जिस नंबर से कॉल आया था उस पर कॉल करना चाहा तो वह नंबर बंद आया.
इसके बाद पीड़ित को इस बात का अहसास हुआ कि उसके साथ ठगी हुई है, इसकी शिकायत उशने थाने में की. इसके बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई. पकड़े गए सभी आरोपियों ने पूछताछ में गुनाह भी कबूल कर लिया है.
SP ने की आरोपियों के पकड़ने जाने की पुष्टि
पुलिस अधीक्षक गौरव सिंह ने कहा कि संजय सेन पुत्र भीमसेन निवासी लरांकेलो, कुल्लू, राकेश कुमार पुत्र प्रभा राम, निवासी जाझर, डाकघर बरारता, जिला सरकाघाट, मंडी, रामनाथ पुत्र केवलू राम, गांव शुरू, डाकघर प्रीणी, कुल्लू, और विक्रांत उर्फ बोनी, पुत्र हीरा लाल, गांव धामसू, डाकघर करजां, तहसील मनाली, कुल्लू को गिरफ्तार किया गया है.
शातिरों ने अब तक 13 लोगों से करीब दो लाख रुपये की राशि ठगी है. ये आरोपी जाली सिम से कॉल कर लोगों को अपना शिकार बनाते थे. आरोपियों से कड़ी पूछताछ चल रही है. पुलिस पूछताछ में आरोपी और कई खुलासे कर सकते हैं.