कुल्लू: हिमाचल प्रदेश में प्रकृति का प्रकोप थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते दिनों आई प्रलयकारी बाढ़ के बाद भी प्रदेश में बादल फटने की कई घटनाएं सामने आई है. वहीं, आज सुबह कुल्लू के गड़सा के पंच नाला में सुबह बादल फट गया. इसके अलावा मणकिर्ण की पहाड़ियों में बादल फटने से ब्रह्म गंगा नाले में बाढ़ आ गई. ब्रहम गंगा नाले में बाढ़ आने से पार्वती नदी उफान पर है. जिसके चलते मणिकर्ण और पार्वती नदी किनारे बसे ग्रामीण इलाकों में हड़कंप मच गया है.
सुबह मणिकर्ण की पहाड़ियों पर बादल फटने से ब्रह्म गंगा नाले में बाढ़ आ गई और पार्वती नदी में उफान आ गया. जिस कारण मणिकर्ण बाजार और गांव में अफरा तफरी का माहौल रहा. मणिकर्ण बाजार के पास रहने वाले लोगों ने अपने घर छोड़ दिए और सुरक्षित स्थान की ओर चले गए. हालांकि इससे कोई बड़ा नुकसान नहीं हुआ है. वही, ब्रह्मगंगा नाले में आई उफान के कारण एक मकान के बहने की सूचना है. इसके अलावा वहां बने 4 खोखे में नेपाली रह रहे थे. उन्होंने भी भाग कर जान बचाई और यह खोखे बह गए.
वहीं, ब्रह्म गंगा में आई बाढ़ में कुछ भूखंड भी बह गया. मणिकर्ण स्थानीय सूरज ठाकुर, यशपाल ने बताया कि ब्रह्मगंगा नदी में बाढ़ आने से पार्वती नदी में उफान आ गया. मणिकर्ण के लोग डर के रात भर सोए नहीं और घर छोड़कर सुरक्षित स्थान की ओर भागे. इस दौरान अफरा तफरी का माहौल रहा. सभी ने अपने मकान छोड़ दिए थे. उन्होंने बताया अब नाले में पानी कम हो गया है, लेकिन अभी भी बढ़ाने का खतरा बना हुआ है. ऐसे में प्राकृतिक आपदा से मणिकर्ण घाटी के लोग सहमे हुए हैं.
एसडीएम कुल्लू विकास शुक्ला ने बताया कि राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है और नाले में आई बाढ़ के चलते जो नुकसान हुआ है, उसका जायजा लिया जा रहा है.
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