कुल्लू: घाटी में इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. इससे बागवानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है.
बता दें कि सेब कुल्लू घाटी की आर्थिकी की रीढ़ है. हर वर्ष यहां सेब का करोड़ों का कारोबार होता है. देश की विभिन्न मंडियों में सेब की खासी मांग रहती है. बगीचों में दस साल बाद इस तरह की बंपर पैदावार हुई है.
इस वर्ष कुल्लू दशहरा सहित अन्य मेले-त्यौहार में अच्छा व्यापार होने की उम्मीद लगाई जा रही है. सोना चांदी के अलावा अन्य वस्तुओं की खरीदारी बढ़ेगी.
बागवान प्रेम चंद ठाकुर ने कहा कि इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवान खुश हैं. वहीं, भुंतर के व्यापारी राज कुमार सूद ने कहा कि बाजार में व्यापार सेब की पैदावार पर निर्भर करता है. अच्छी पैदावार होने से हर वर्ग के व्यापारियों को लाभ मिलता है.
सैंज घाटी में देवता पुडंरिक के कारदार लोतम राम ने कहा कि देव समाज में सेब का खास महत्व है. बंपर पैदावार होने पर देवता का भी आभार जताया जाता है. बागवान अपने ईष्ट देव को उपहार भेंट करते है. कई बागवान सीजन के बाद देवता को घर पर लाते हैं.