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कुल्लू में सेब की बम्पर पैदावार, व्यापार बढ़ने से बागवानों के खिले चेहरे - सेब कुल्लू घाटी

सेब कुल्लू घाटी की आर्थिकी की रीढ़ है. देव समाज में सेब का खास महत्व है. बंपर पैदावार होने पर देवता का भी आभार जताया जाता है.

कुल्लू में सेब की बम्पर पैदावार
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Published : Sep 23, 2019, 11:01 AM IST

कुल्लू: घाटी में इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. इससे बागवानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है.

बता दें कि सेब कुल्लू घाटी की आर्थिकी की रीढ़ है. हर वर्ष यहां सेब का करोड़ों का कारोबार होता है. देश की विभिन्न मंडियों में सेब की खासी मांग रहती है. बगीचों में दस साल बाद इस तरह की बंपर पैदावार हुई है.
इस वर्ष कुल्लू दशहरा सहित अन्य मेले-त्यौहार में अच्छा व्यापार होने की उम्मीद लगाई जा रही है. सोना चांदी के अलावा अन्य वस्तुओं की खरीदारी बढ़ेगी.

बागवान प्रेम चंद ठाकुर ने कहा कि इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवान खुश हैं. वहीं, भुंतर के व्यापारी राज कुमार सूद ने कहा कि बाजार में व्यापार सेब की पैदावार पर निर्भर करता है. अच्छी पैदावार होने से हर वर्ग के व्यापारियों को लाभ मिलता है.

सैंज घाटी में देवता पुडंरिक के कारदार लोतम राम ने कहा कि देव समाज में सेब का खास महत्व है. बंपर पैदावार होने पर देवता का भी आभार जताया जाता है. बागवान अपने ईष्ट देव को उपहार भेंट करते है. कई बागवान सीजन के बाद देवता को घर पर लाते हैं.

कुल्लू: घाटी में इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवानों के चेहरे खिल उठे हैं. इससे बागवानों की आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है.

बता दें कि सेब कुल्लू घाटी की आर्थिकी की रीढ़ है. हर वर्ष यहां सेब का करोड़ों का कारोबार होता है. देश की विभिन्न मंडियों में सेब की खासी मांग रहती है. बगीचों में दस साल बाद इस तरह की बंपर पैदावार हुई है.
इस वर्ष कुल्लू दशहरा सहित अन्य मेले-त्यौहार में अच्छा व्यापार होने की उम्मीद लगाई जा रही है. सोना चांदी के अलावा अन्य वस्तुओं की खरीदारी बढ़ेगी.

बागवान प्रेम चंद ठाकुर ने कहा कि इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवान खुश हैं. वहीं, भुंतर के व्यापारी राज कुमार सूद ने कहा कि बाजार में व्यापार सेब की पैदावार पर निर्भर करता है. अच्छी पैदावार होने से हर वर्ग के व्यापारियों को लाभ मिलता है.

सैंज घाटी में देवता पुडंरिक के कारदार लोतम राम ने कहा कि देव समाज में सेब का खास महत्व है. बंपर पैदावार होने पर देवता का भी आभार जताया जाता है. बागवान अपने ईष्ट देव को उपहार भेंट करते है. कई बागवान सीजन के बाद देवता को घर पर लाते हैं.

Intro:सेब की बम्पर पैदावार से कुल्लू के बाजारों में बढ़ेगा व्यापारBody:
कुल्लू घाटी में इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवानों के चेहरे खिले हुए हैं। इससे उनकी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ हुई है। बगीचों में दस साल बाद इस तरह की बंपर पैदावार हुई है। सेब की फसल यहां के लोगों के लिए खुशियों की सौगात लेकर आती है। इस वर्ष कुल्लू दशहरा सहित अन्य मेले-त्यौहार में अच्छा व्यापार होने की उम्मीद लगाई जा सकती । सोना चांदी के अलावा अन्य वस्तुओं की खरीदारी बढ़ेगी। सेब घाटी की आर्थिकी की रीढ़ है। हर वर्ष यहां सेब का करोड़ों का कारोबार होता है। देश की विभिन्न मंडियों में सेब की खासी मांग रहती है। प्रगतिशील बागवान प्रेम चंद ठाकुर कहते है कि इस बार सेब की बंपर पैदावार होने से बागवान खुश हैं। स्थानीय मंडियों में सेब की बाढ़ सी आ गई है। भुंतर के व्यापारी राज कुमार सूद ने कहा कि बाजार में व्यापार सेब की पैदावार पर निर्भर करता है। अच्छी पैदावार होने से लोग नए मकान बनाने, साज-सज्जा और अन्य सामान लेने की योजना बनाते हैं। साथ ही खरीदारी बढ़ती है। इससे हर वर्ग के व्यापारियों को लाभ मिलता है। सैंज घाटी में देवता पुडंरिक के कारदार लोतम राम ने कहा कि देव समाज में सेब का खास महत्व है। बंपर पैदावार होने पर देवता का भी आभार जताया जाता है। बागवान अपने ईष्ट देव को उपहार देना नहीं भूलते। कई बागवान सीजन के बाद देवता को घर पर लाते हैं। हर वर्ष सीजन को पर्व की भांति मनाया जाता है। Conclusion:उधर, कुल्लू फल उत्पादक संघ के अध्यक्ष प्रेम शर्मा ने कहा कि दो माह तक चलने वाले सेब सीजन में तुड़ान-ढुलान, पैकिंग, आढ़ती, लदानी व घोडे़-खच्चर और ट्रक व जीप यूनियन से जुड़े लोगों को लाभ मिलता है। सरकार को भी रॉयल्टी के रूप में अच्छी आमदानी होती है।
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