कुल्लू: जिला कुल्लू के मोहल गांव के रहने वाले एक व्यक्ति कुलदेव ठाकुर का वीडियो इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी वायरल हो रहा है. इस वीडियो में कुलदेव ठाकुर ने तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मारकंडा पर उसके मकान का बिजली और पानी का कनेक्शन कटवाने का आरोप लगाया है. कुलदेव ठाकुर ने सोशल मीडिया पर अपना वीडियो जारी किया है और अदालत जाने की भी बात कही है.
सोशल मीडिया में जारी वीडियो में कुलदेव ठाकुर ने कहा कि लाहौल घाटी के मड़ग्रा से वह संबंध रखता है. उन्होंने कहा है कि कुछ वर्ष पहले उन्होंने पीडब्ल्यूडी रेस्ट हाउस माहौल के पास 6 बिस्वा जमीन खरीदी थी और उनकी जमीन के साथ ही करीब 8 बिस्वा जमीन उन्हीं के गांव से संबंध रखने वाले मंत्री रामलाल मारकंडा ने भी खरीदी थी. कुलदेव ठाकुर ने कहा कि मंत्री द्वारा जमीन खरीदने के बाद लगातार उन पर यह दबाव बनाया जा रहा था कि वह अपने हिस्से की छह बिस्वा जमीन या तो उन्हें बेच दें या फिर उनके किसी रिश्तेदार को यह जमीन दे दें.
वीडियो में कुलदेव ठाकुर ने मंत्री रामलाल मारकंडा पर आरोप लगाया कि मंत्री ने उनसे पुरानी रंजिश के चलते उन्हें और उनके परिवार को मानसिक तौर पर टॉर्चर करना शुरू कर दिया. जब उन्होंने मंत्री को अपनी जमीन बेचने से मना कर दिया तो मंत्री ने उन्हें और उनके परिवार को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी. कुलदेव ठाकुर ने कहा कि मंत्री ने जमीन को लेकर उस पर झूठे आरोप लगाए. साथ ही उनके खिलाफ राजस्व विभाग, टाउन एंड कंट्री के साथ-साथ पीडब्ल्यूडी से उनकी जमीन और भवन निर्माण को लेकर जांच शुरू करवा दी. संबंधित विभागों को वह समय-समय पर अपना जवाब कानूनी तौर पर दे चुके हैं. बावजूद इसके आज तक उन्हें संबंधित विभागों द्वारा परेशान किया जा रहा है.
कुलदेव ठाकुर ने कहा कि जब भी वह विभाग के उच्च अधिकारियों से बात करते हैं तो उन्हें साफ तौर पर कह दिया जाता है कि आप मंत्री महोदय से बात करें या फिर मंत्री से माफी मांगते हुए अपने मामले को सेटल करवा दें. कुलदेव ठाकुर ने कहा है कि उनकी पत्नी को भी परेशना किया जा रहा है. उन्होंने कहा है कि जिस तरह से उक्त विभागों के अधिकारी उन्हें मंत्री से माफी मांगने की बात कह रहे हैं, इससे वे परेशान हैं.
कुलदेव ठाकुर ने वीडियो में दो टूक शब्दों में कहा है कि लाहौल स्पीति के स्थानीय विधायक रामलाल द्वारा पिछले करीब एक दशक से जिस तरह से उन्हें और उनके परिवार को बेवजह मानसिक तौर पर परेशान किया जा रहा है, इसे लेकर वे अब न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. उन्होंने कहा कि वर्ष 2018 से जिस जमीन पर उन्होंने भवन निर्माण किया है, उसके बिजली-पानी के कनेक्शन तक काट दिए गए हैं. ऐसे में अब न्याय पाने के लिए वह न्यायालय का दरवाजा खटखटाएंगे. वहीं, जब मंत्री से इस संबंध में बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमें इससे कोई लेना-देना नहीं है.
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