आनी/कुल्लूः किसानों के आह्वान पर शनिवार को किसान सभा और इंटक ने नए बस अड्डे के सामने एनएच 305 पर चक्का जाम किया. इस चक्का जाम से आनी बस स्टैंड पर 120 बस रूट प्रभावित हुए. आनी की आउटर सिराज की 70 ग्राम पंचायतों के किसान अपने-अपने परिवार सहित चक्का जाम में शामिल हुए और केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ रैली में महिलाओं ने बढ़चढ़ कर भाग लिया. किसान सभा ने आनी परिवहन निगम के चालक की आकस्मिक मौत के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा.
वहीं, प्रताप ठाकुर ने किसान सभा की रैली को सम्बोधित करते हुए कहा कि केंद्र सरकार जब तक कृषि बिल निरस्त नहीं करेगी, तब तक किसान आंदोलन जारी रहेगा. आउटर सिराज और हिमाचल प्रदेश की सभी किसान सभाएं, इंटक और किसान संघर्ष समितियां किसानों के आंदोलन का समर्थन कर रही हैं.
कुल्लू से दिल्ली बॉर्डर जाएंगे किसान
किसान सभा नेता पद्म प्रभाकर ने कृषि कानून से गांव के किसानों को होने वाले नुकसान के बारे जानकारी दी. प्रभाकर ने कहा की केंद्र सरकार किसान विरोधी है जिस कारण देश के किसान 70 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर बैठे हुए है. बीते 70 दिनों में कई किसानों की मौत भी हुई है. सैकड़ों घायल हुए हैं फिर भी केंद्र सरकार ने कृषि कानून रद्द नहीं किया है, जिससे लगता है कि केंद्र सरकार इस कृषि कानून को निरस्त नहीं करना चाहती है. प्रभाकर ने कहा कि कुल्लू और आउटर सिराज से भी दिल्ली बॉर्डर पर किसान किसान आंदोलन में शामिल होंगे.
हिमाचल प्रदेश सरकार पर लगाए आरोप
पद्म प्रभाकर ने जयराम सरकार पर भी आरोप लगाया है कि हिमाचल के किसानों के लिए भाजपा सरकार कुछ भी नहीं कर सकी है. विकास में आउटर सिराज सबसे पीछे रह गया है आज हिमाचल सरकार आउटर सिराज के किसानों के लिए आनी मुख्यालय में सब्जी मंडी तक नहीं खोल पाई है. आम आदमी और किसानों को आज तक जयराम सरकार कोई भी योजना नहीं ला सकी, जिससे किसानों व बागवानों का रोष बढ़ता जा रहा है.
क्या कहना है किसान सभा कुल्लू के सचिव का
धरना प्रदर्शन रैली को किसान सभा कुल्लू के सचिव गीता राम ने भी सम्बोधित किया. केंद्र व प्रदेश सरकार मजदूर विरोधी है और मजदूरों के हितों की रक्षा करने में फेल हो गई है. अगर मोदी सरकार ने मांगें नहीं मानी तो केंद्र व प्रदेश सरकार के खिलाफ धरने प्रदर्शन आगे भी जारी रहेंगे.
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