कुल्लू: पर्यटन नगरी कुल्लू की सैंज उपतहसील का जियाह वाटरफॉल अब विकसित होगा. इसमें पर्यटकों को आने-जाने के लिए हरसंभव सुविधाएं प्रदान की जाएंगी. इसके लिए वन विभाग ने तैयारियां शुरू कर दी हैं. शैंशर पंचायत में देहुरिधार और गाड़ापारली पंचायतों की सीमाओं के साथ लगते इस प्राकृतिक झरने के मुद्दे पर वन विभाग ने इसका संज्ञान लिया है और ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क प्रबंधन ने फील्ड स्टॉफ को पार्क के दायरे में आने वाले आकर्षक स्थानों को चिह्नित करने के निर्देश दिए.
डिप्टी रेंजर ने कही ये बात
बीते दिनों नेशनल पार्क की जीवानाला रेंज के डिप्टी रेंजर लेनिन शर्मा ने शैंशर के जियाह वाटरफॉल का निरीक्षण किया और पर्यटन की दृष्टि से इसे संवारने के लिए रिपोर्ट तैयार की. लेनिन शर्मा ने बताया कि जियाह वाटरफॉल तक जाने के लिए रास्ते का निर्माण, मरम्मत, पुलिया और साइन बोर्ड इत्यादि लगाए जाने की आवश्यकता है. इसके लिए रिपोर्ट तैयार करके विभाग के उच्च अधिकारियों को भेज दी जाएगी.
स्थानीय लोगों ने जताई खुशी
जियाह वाटरफॉल को लेकर वन विभाग की टीम द्वारा किए गए निरीक्षण के बाद स्थानीय लोगों में भी पर्यटन कारोबार के विकसित होने को लेकर उम्मीद बढ़ गई है. देहुरिधार पंचायत समिति सदस्य धर्मपाल ठाकुर, शैंशर पंचायत की प्रधान मथुरा देवी, उपप्रधान रोशन लाल, गाड़ापारली की यमुना देवी व अजय कुमार और देहुरिधार के भगत राम व हेम दास ने बंजार विधानसभा के विधायक सुरेंद्र शौरी व ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क प्रबंधन का आभार जताया है.
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ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क शमशी के डीएफओ निशांत मंढोत्रा ने कहा कि पार्क क्षेत्र में विभिन्न आकर्षक स्थल है जिन्हें सुविधाओं के साथ-साथ और अधिक आकर्षक बनाने का प्रयास किया जाएगा. इन स्थानों को सूचीबद्ध करने व रिपोर्ट तैयार करने के लिए फील्ड स्टाफ को निर्देश दिए गए हैं.
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