कुल्लू: जिला में आईपीएस महिला अधिकारी अब युवाओं को भी आईपीएस के लिए तैयार करने में जुटी हुई है. एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री रोजाना सुबह के समय करीब 66 युवक-युवतियों को देश सेवा के लिए तैयार कर रही है. बच्चों के भविष्य को संभालने की जिम्मेदारी भी एसपी ने अपने कंधों पर उठाई है.
एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री ने 1 साल पहले भी नशे को खत्म करने के लिए से सहभागिता आपकी और हमारी कार्यक्रम का आयोजन किया था और अब इसी कार्यक्रम के माध्यम से युवाओं को भी तराशना शुरू कर दिया है.
एसपी रोजाना सुबह 8 से 9 बजे तक 66 बच्चों को यूपीएससी, एचपीपीएससी की कोचिंग दे रही हैं. साथ ही बच्चों को बैंकिंग व हिमाचल एलाइड सर्विस के बारे में जानकारी मुहैया करवाई जा रही है. ड्यूटी जाने से पहले एसपी 8 बजे ढालपुर स्कूल के हॉल में जाती हैं. इस कोचिंग सेंटर में 66 बच्चे पढ़ने के लिए आते हैं जो अन्य जगहों से यहां कुल्लू में किराए के कमरों में रहकर कोचिंग ले रहे हैं.
शालिनी अग्निहोत्री ने 1 माह पहले इस प्रोजेक्ट शुरू किया था और इस प्रोजेक्ट में अब अन्य अधिकारी भी उनका साथ दे रहे हैं. बीडीओ कुल्लू जयवंती ठाकुर भी सहभागिता के इस कार्यक्रम में एसपी कुल्लू का साथ दे रहे हैं. जयवंती ठाकुर बच्चों को विभिन्न विषयों पर जानकारी मुहैया करवा रही है. इस कोचिंग सेंटर की खास बात यह है कि इसमें लडकिया अधिक शामिल है. 66 छात्रों में से 46 लड़कियां हैं. कोचिंग सेंटर में भाग लेने के लिए फॉर्म भरना पड़ रहा है और उसके बाद शिक्षा दी जा रही है. स्कूल के बच्चों को रोजाना पढ़ाया जा रहा है और बच्चों को होमवर्क भी दिया जा रहा है.
एसपी कुल्लू शालिनी अग्निहोत्री ने बताया कि कई बार होनहार बच्चे कोचिंग के अभाव में यूपीएससी व एचपी पीएससी सहित अन्य परीक्षाओं में पिछड़ जाते हैं. इसी बात को ध्यान में रखते हुए सहभागिता मिशन के तहत इन कोचिंग कक्षाओं को शुरू किया गया है. वे स्वयं और अन्य अधिकारी भी अब कोचिंग कक्षाओं में छात्रों को शिक्षा देने में उनका सहयोग कर रहे हैं.
आपको बता दें कि कठिन परिस्थितयों से पार पाते हुए शालिनी अग्निहोत्री ने सफलता हासिल की है. ये आईपीएस अधिकारी आज भी बस से सफर करने में सहज महसूस करती हैं. पिता एचआरटीसी में बतौर कंडक्टर तैनात थे और बेटी शालिनी अग्निहोत्री पुलिस ऑफिसर की वर्दी पहनने के कड़ी मेहनत की. ऊना जिले के अंब के ठठल गांव की शालिनी ने 2013 में जब आईपीएस की परीक्षा पास की तो युवाओं के लिए एक प्रेरणा स्रोत बनकर उभर आईं.
अब कानून व्यवस्था को बनाए रखने के साथ शालिनी सामाजिक कार्यों में भी अपनी सहभागिता दे रही हैं. उनके द्वारा नशा तस्करों पर नकेल कसने के लिए बेहतरीन काम किया जा रहा है और इसके साथ महिला उत्थान के लिए भी शालिनी आगे रहती हैं. अब युवाओं के भविष्य संवारने के लिए उनकी इस मुहिम की सभी खूब प्रशंसा कर रहे हैं.
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