कुल्लू: जिले के पनारसा क्षेत्र के साथ लगते नाउ गांव में सोमवार की रात माता अंबिका का पर्व धूमधाम के साथ मनाया गया. रात करीब 11 बजे माता का मूल मोहरा रांगड़ बेहड़ के भंडार से नाउ मंदिर की ओर निकला. इस दौरान हजारों की संख्या में मौजूद श्रद्धालुओं ने जय माता के उद्घोष लगाए.
दहकती मशालों के साथ माता का मोहरा अपने मंदिर में पहुंचा. जहां पर देवी के पुजारियों ने उस प्राचीन मोहरे को रथ में विराजमान किया. इस दौरान पूरी रात महिलाओं ने रथ का श्रृंगार किया गया और मंगलवार की सुबह पुजारियों ने देव विधि के साथ माता के रथ की पूजा अर्चना की. इस होम उत्सव को देखने के लिए पूरी रात हजारों श्रद्धालु नाउ गांव में मौजूद रहे. वहीं, माता ने लोगों के दुखों का भी निवारण किया.
माता के पुजारी पवन शर्मा का कहना है कि हर साल की तरह इस साल भी नाउ होम धूमधाम से मनाया गया और हजारों लोग माता के दर्शन के लिए पहुंचे. इस पर्व की खास बात यह है कि कोई भी व्यक्ति अगर किसी भी कष्ट से जूझ रहा हो तो उसी रात माता के द्वारा इसका निवारण किया जाता है. इन्हीं कष्टों के निवारण के हर साल हजारों लोगों की भीड़ अंबिका माता के मंदिर में पहुंचती है. इस साल भी यह होम पर्व पूरे विधि विधान के साथ आयोजित किया गया.