कुल्लू: जिला कुल्लू की पर्यटन नगरी मनाली के फ्रेंडशिप पीक पर लापता हुए पर्वतारोही आशुतोष के मिलने की उम्मीद जगी (Helmet of Missing Mountaineer Ashutosh recovered) है. पांच दिन से लापता आशुतोष की तलाश के लिए गई रेस्क्यू टीम को पर्वतारोही का हेलमेट बरामद हुआ है. वहीं, आशुतोष की तलाश के लिए अब नई विशेषज्ञ टीम भेजी गई है. जिसको तिरंगा रेस्क्यू टीम नाम दिया गया है. यह टीम अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण संस्थान के तत्वाधान में सियाचिन में तैनात रहती है और टीम में शामिल सदस्य हिमस्खलन में लापता हुए लोगों को तलाश करने की दिशा में भी बेहतर तरीके से काम करते हैं. हालांकि जिला प्रशासन के द्वारा पहले जो तीन टीमें भेजी गईं थी, उन्हें खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था.
तीनों ही टीमों को बर्फीली हवा के बीच काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. टीम के सदस्य अपने साथ खाने के लिए दाल और रोटी ले गए थे. जो कड़कड़ाती ठंड के बीच बर्फ बन गई. इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. उधर, फ्रेंडशिप पीक पर लापता पर्वतारोही आशुतोष की तलाश के लिए विशेषज्ञों की मदद ली जा रही है. अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान की एक और टीम वीरवार को फ्रेंडशिप पीक पर रवाना हुई है.(Friendship Peak Trekking In Manali).
हिमस्खलन में रेस्क्यू की तकनीकी जानकारी के लिए तिरंगा माउंटेन बचाव दल (टीएमआर) के तीन सदस्य इस टीम का हिस्सा बनेंगे. वहीं, दिल्ली से तिरंगा माउंटेन बचाव दल के सदस्यों को खास तौर पर बुलाया गया है. यह दल हिमस्खलन बचाव एवं प्रशिक्षण के माध्यम से कठिन क्षेत्रों में तैनात सेना के जवानों का जीवन बचाने के लिए कार्य करता है. भारतीय सेना से संबद्ध इस गैर-लाभकारी संगठन की स्थापना 2016 में की गई थी.(Youth Missing on Friendship Peak).
अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण एवं खेल संस्थान के निदेशक अविनाश नेगी ने बताया कि रात तक टीएमआर के सदस्य मनाली पहुंच जाएंगे. इसके बाद सुबह ही टीम फ्रेंडशिप पीक के लिए रवाना होगी. इसमें लगभग 12 सदस्य होंगे. वहीं, एडवेंचर टूर ऑपरेटर एसोसिएशन कुल्लू-मनाली के महासचिव प्रवीण सूद ने कहा कि रेस्क्यू ऑपरेशन पूरी तैयारी के साथ किया जाता है. हिमस्खलन का खतरा तो है ही, साथ में बर्फीली हवाएं रेस्क्यू ऑपरेशन में मुश्किलें पैदा कर रही है.
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