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ऐसे हारेगा कोरोना: कुल्लू के दूरदराज क्षेत्र में वैक्सीन लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया 21 KM लंबा सफर

कुल्लू जिले के सर्वाधिक दुर्गम गांव में भी कोरोना वेक्सीन की पहली डोज शत-प्रतिशत लग सके इसके लिए स्वास्थ्य विभाग की टीम को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी. गांव में पहुंचने के लिए 21 किलोमीटर का लंबा और दुर्गम रास्ता पैदल तय करना पड़ता है. कठिन रास्ता तय कर 66 लोगों को उनके घर पर ही टीकाकरण किया गया.

Health Department traveled 21 KM for vaccinatiion
वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया 21 KM लंबा सफर.
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Published : Sep 3, 2021, 8:36 PM IST

कुल्लू: उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग (Deputy Commissioner Kullu Ashutosh Garg) की कोरोना के खिलाफ मुहिम शुक्रवार को उस समय सफल हो गई जब जिले के बंजार उपमंडल के अति दुर्गम गांव शाकटी मरोड़ के 66 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज प्रदान कर स्वास्थ्य विभाग की टीम वापस लौटी. उपायुक्त का कहना है कि जिले का कोई भी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन से वंचित न रहे इसके लिए बेशक एक व्यक्ति को वैक्सीन प्रदान करने के लिए उसके घर तक लंबी दूरी पैदल ही क्यों न तय करनी पड़े.

डीसी ने कहा कि कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है, बशर्तें इच्छा शक्ति और प्रतिबद्धता हो. यही सब कुछ देखने को मिला जब इस दुर्गम क्षेत्र में 21 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके स्वास्थ्य विभाग की टीम जिसमें रक्षा चौहान, चिंता देवी और केहर सिंह शामिल थे. सुबह 6 बजे शाकटी के लिए रवाना हुए और 20 किलोमीटर मोबाइल वैन में और शेष 21 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके अपने लक्ष्य को साधने के लिए रात्रि के दौरान गांव में पहुंचे.

Health Department traveled 21 KM for vaccinatiion
वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया 21 KM लंबा सफर.

डीसी आशुतोष गर्ग (DC Ashutosh Garg) के अनुसार ऐतिहासिक गांव मलाणा के शत प्रतिशत पात्र लोगों का वैक्सीनेशन करने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से और खंड विकास अधिकारी से रिपोर्ट तलब की कि जिलs में कोई और इस प्रकार का दूरदराज का गांव हो जहां कुछ लोग कठिन परिस्थितियों के चलते वैक्सीन नहीं लगवा पाए हैं तो ऐसे लोगों तक पहुंचना बहुत जरूरी है. जैसे ही उपायुक्त के ध्यान में उपरोक्त गांव के संबंध में रिपोर्ट प्राप्त हुई, उन्होंने तत्काल प्रभाव से वैक्सीन सहित स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक व्यक्ति के घर द्वार पर जाकर वैक्सीन लगाने के आदेश जारी कर दिए.

आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिले में निर्धारित लक्ष्य और यहां की वास्तविक आबादी से कहीं अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन प्रदान की जा चुकी है. यही नहीं दूसरी डोज भी सवा लाख से अधिक लोगों को प्रदान की जा चुकी है और लोगों से बार-बार आग्रह किया जा रहा है कि जिन लोगों को पहली डोज लिए 84 दिन की अवधि पूरी हो चुकी है, वे बिना किसी बुकिंग के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर दूसरी डोज तुरंत से लगवाएं. उन्होंने कहा की वैक्सीनेशन के कारण ही जिले में कोरोना के नए मामले काफी कम आ रहे हैं. लोग वैक्सीन लगवा कर अपने आप को एक सुरक्षित वातावरण में महसूस कर रहे हैं.

आशुतोष गर्ग ने जिला में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को एक सुनियोजित ढंग से संचालित करने और मलाणा व शाकटी जैसे चुनौतीपूर्ण और दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर सभी लोगों को सुरक्षा क्षेत्र प्रदान करने के लिए बधाई दी है साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना भी की है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि स्वास्थ्य विभाग भविष्य में भी कोरोना महामारी से इसी संकल्प के साथ निपटे गा और लोगों को सुरक्षित रखने में अपना भरपूर योगदान करेगा.

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ये भी पढ़ें: प्रो कबड्डी सीजन 8: दमखम दिखाने के लिए अभ्यास में जुटे अजय ठाकुर, प्रदेश के इन खिलाड़ियों का भी चयन

कुल्लू: उपायुक्त कुल्लू आशुतोष गर्ग (Deputy Commissioner Kullu Ashutosh Garg) की कोरोना के खिलाफ मुहिम शुक्रवार को उस समय सफल हो गई जब जिले के बंजार उपमंडल के अति दुर्गम गांव शाकटी मरोड़ के 66 लोगों को कोरोना वैक्सीन की पहली डोज प्रदान कर स्वास्थ्य विभाग की टीम वापस लौटी. उपायुक्त का कहना है कि जिले का कोई भी व्यक्ति कोरोना वैक्सीन से वंचित न रहे इसके लिए बेशक एक व्यक्ति को वैक्सीन प्रदान करने के लिए उसके घर तक लंबी दूरी पैदल ही क्यों न तय करनी पड़े.

डीसी ने कहा कि कोई भी लक्ष्य हासिल करना असंभव नहीं है, बशर्तें इच्छा शक्ति और प्रतिबद्धता हो. यही सब कुछ देखने को मिला जब इस दुर्गम क्षेत्र में 21 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके स्वास्थ्य विभाग की टीम जिसमें रक्षा चौहान, चिंता देवी और केहर सिंह शामिल थे. सुबह 6 बजे शाकटी के लिए रवाना हुए और 20 किलोमीटर मोबाइल वैन में और शेष 21 किलोमीटर की दूरी पैदल तय करके अपने लक्ष्य को साधने के लिए रात्रि के दौरान गांव में पहुंचे.

Health Department traveled 21 KM for vaccinatiion
वैक्सीनेशन के लिए स्वास्थ्य विभाग ने तय किया 21 KM लंबा सफर.

डीसी आशुतोष गर्ग (DC Ashutosh Garg) के अनुसार ऐतिहासिक गांव मलाणा के शत प्रतिशत पात्र लोगों का वैक्सीनेशन करने के बाद उन्होंने स्वास्थ्य विभाग से और खंड विकास अधिकारी से रिपोर्ट तलब की कि जिलs में कोई और इस प्रकार का दूरदराज का गांव हो जहां कुछ लोग कठिन परिस्थितियों के चलते वैक्सीन नहीं लगवा पाए हैं तो ऐसे लोगों तक पहुंचना बहुत जरूरी है. जैसे ही उपायुक्त के ध्यान में उपरोक्त गांव के संबंध में रिपोर्ट प्राप्त हुई, उन्होंने तत्काल प्रभाव से वैक्सीन सहित स्वास्थ्य विभाग को प्रत्येक व्यक्ति के घर द्वार पर जाकर वैक्सीन लगाने के आदेश जारी कर दिए.

आशुतोष गर्ग ने कहा कि जिले में निर्धारित लक्ष्य और यहां की वास्तविक आबादी से कहीं अधिक लोगों को कोरोना वैक्सीन प्रदान की जा चुकी है. यही नहीं दूसरी डोज भी सवा लाख से अधिक लोगों को प्रदान की जा चुकी है और लोगों से बार-बार आग्रह किया जा रहा है कि जिन लोगों को पहली डोज लिए 84 दिन की अवधि पूरी हो चुकी है, वे बिना किसी बुकिंग के स्वास्थ्य केंद्र में जाकर दूसरी डोज तुरंत से लगवाएं. उन्होंने कहा की वैक्सीनेशन के कारण ही जिले में कोरोना के नए मामले काफी कम आ रहे हैं. लोग वैक्सीन लगवा कर अपने आप को एक सुरक्षित वातावरण में महसूस कर रहे हैं.

आशुतोष गर्ग ने जिला में वैक्सीनेशन की प्रक्रिया को एक सुनियोजित ढंग से संचालित करने और मलाणा व शाकटी जैसे चुनौतीपूर्ण और दुर्गम क्षेत्रों में पहुंचकर सभी लोगों को सुरक्षा क्षेत्र प्रदान करने के लिए बधाई दी है साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों की सराहना भी की है. उन्होंने आशा व्यक्त की है कि स्वास्थ्य विभाग भविष्य में भी कोरोना महामारी से इसी संकल्प के साथ निपटे गा और लोगों को सुरक्षित रखने में अपना भरपूर योगदान करेगा.

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