कुल्लू : सनातन धर्म में हर मास में पुष्य योग आता है और पुष्य योग में कई महत्वपूर्ण कार्य भी सिद्ध होते हैं. जिस दिन ये योग होता है उसी दिन के नाम से इसे जाना जाता है. अप्रैल माह में पुष्य नक्षत्र योग आज यानी वीरवार के दिन बन रहा है. जिसे गुरु पुष्य योग के नाम से भी जाना जाता है. गुरु पुष्य नक्षत्र अबकी बार 27 अप्रैल वीरवार के दिन बन रहा है. इस दिन महत्वपूर्ण कार्य जैसे संपत्ति या सोने-चांदी की खरीदारी बहुत ही शुभ और लाभकारी मानी जाती है.
कुल्लू के आचार्य विजय कुमार शर्मा के मुताबिक वीरवार 27 अप्रैल के दिन लोग अपने महत्वपूर्ण कार्य को गुरु पुष्य योग में सिद्ध कर सकते हैं. पंचांग के अनुसार सभी मांगलिक कार्यों के लिए 27 अप्रैल के दिन शुभ मुहूर्त सुबह 6:25 बजे से लेकर अगले दिन 28 अप्रैल को सुबह 6:27 बजे तक रहेगा. साथ ही वीरवार के दिन अभिजीत मुहूर्त दोपहर 12:11 बजे से लेकर दोपहर 1:02 बजे तक रहेगा. उसके बाद विजय मुहूर्त दोपहर 2:48 से लेकर दोपहर 3:35 तक रहेगा. इस योग में पूजा-पाठ व महत्वपूर्ण चीजों की खरीदारी करने से व्यक्ति को विशेष लाभ मिलता है.
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार गुरु पुष्य योग के दिन अगर घर की नींव रखी जाए या फिर नई दुकान या ऑफिस का उद्घाटन किया जाए तो उस व्यक्ति को जीवनभर लाभ मिलता है. इसके साथ ही इस दिन नए वाहन की खरीदारी को भी शुभ माना गया है. किसी भी जरूरी कार्य के लिए गुरु पुष्य योग का होना लाभकारी माना गया है और सोने चांदी की खरीदारी से भी व्यक्ति को जीवन भर लाभ मिलता है.
आचार्य विजय कुमार शर्मा का कहना है कि गुरु पुष्य योग में अनुष्ठान, मंत्र, दीक्षा, पूजा-पाठ आदि करना भी काफी शुभ माने जाते हैं. इस योग में भगवान विष्णु की विधिवत पूजा की जाती है और व्यक्ति किसी कष्टों से जूझ रहा है तो उसे विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ भी करना चाहिए. ऐसा करने से सभी कार्य सिद्ध होते हैं और साथ ही कुंडली में गुरु ग्रह भी मजबूत होता है. गुरु पुष्य योग के दिन दान धर्म करने से साधक को विशेष लाभ मिलता है और इसी योग में जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने से भी कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत स्थिति में आ जाते हैं.
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