कुल्लू: प्रदेश सरकार के पेश होने जा रहे बजट को लेकर पर्यटन कारोबारी भी पर्यटन विकास नीति के लिए बजट देने की मांग कर रहे हैं. कुल्लू के मणिकर्ण, बंजार व लग घाटी की ओर जाने वाली सड़कों की हालत खस्ता है. पर्यटन कारोबारियों का कहना है कि सड़क की खस्ता हालत के चलते पर्यटक पर्यटन स्थलों से किनारा कर रहे हैं.
ईटीवी भारत ने जब पर्यटन कारोबारियों से बात की तो उनका कहना था कि घाटी के कई जगह पर ऐसे अनछुए पर्यटन स्थल हैं, जहां पर्यटन को विकसित किया जा सकता है, लेकिन पर्यटन स्थलों की ओर जाने वाली सड़कों का हाल बहुत खराब है. ऐसे में पर्यटकों को वहां जाने में काफी परेशानी आती है.
अगर पर्यटक किसी तरह इन पर्यटन स्थलों पर पहुंच जाता है तो उन्हें ना वहां ठहरने की सुविधा मिलती है और ना ही खाने-पीने की कोई व्यवस्था. घाटी के पर्यटन कारोबारी शशि पाल का कहना है कि अगर सरकार बजट में पर्यटन स्थलों की ओर जाने वाली सड़कों में सुधार और अंग्रेजों के जमाने के ट्रैकिंग रुट को बेहतर करें तो इससे पर्यटन कारोबार में और निखार आएगा.
घाटी के पर्यटन कारोबारी शशि पाल का कहना है कि पर्यटन कारोबार को मजबूत करने के लिए प्रदेश सरकार को कुल्लू में ट्रैकिंग रूटों को विकसित करना चाहिए. शशि पाल का कहना है कि कुल्लू में अंग्रेजों के समय में जो ट्रैकिंग रूट बने हुए हैं उसी पर ही कारोबार चल रहा है. ऐसे में प्रदेश सरकार को बजट में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए उचित प्रावधान करना चाहिए. ताकि उस बजट के माध्यम से नए ट्रैकिंग रूट व पर्यटन स्थलों को विकसित किया जा सके.