मनालीः पर्यटन नगरी मनाली में हिमाचल प्रदेश मत्स्य पालन विभाग और राष्ट्रीय मत्स्य विकास बोर्ड हैदराबाद के संयुक्त तत्वावधान में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यशाला में देश के अलग अलग राज्यों से आए पचास के करीब अधिकारी और किसान भाग ले रहे हैं.
मनाली में आयोजित इस कार्यशाला में किसानों को मत्स्य पालन के बारे में जानकारी दी जा रही है. साथ ही केन्द्र और प्रदेश सरकार से किसानों को दी जा रही सुविधाओं के बारे में भी जागरूक किया जा रहा है.
केंद्रीय मत्स्य पालन मंत्रालय के संयुक्त सचिव सागर मेहरा ने कहा कि विभाग मत्स्य पालन को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं. आने वाले समय में केन्द्र सरकार मत्स्य पालन पर लगभग पैंतीस हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगी. किसानों बागवानों को मत्स्य पालन को एक वैकल्पिक आय स्त्रोत के रूप अपनाना चाहिए. संयुक्त सचिव सागर मेहरा ने बताया कि मत्स्य पालकों को किसान क्रेडिट कार्ड योजना से भी जोड़ा जा रहा है. इससे वह सस्ती दरों पर ऋण ले सकते हैं.
मत्स्य पालन विभाग के निदेशक सतपाल मैहता ने जानकारी देते हुए कहा कि मनाली में तीन दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया जा रहा है. इस कार्यशाला में हिमाचल प्रदेश सहित जम्मू कश्मीर, लेह-लद्दाख, सिक्किम, उत्तराखंड आदि अन्य राज्यों से पचास के करीब किसान भाग ले रहे हैं.
इस कार्यशाला में डेनमार्क के मत्स्य विशेषज्ञ भी भाग ले रहे हैं, जो कि ट्राउट पालन में नई तकनिकों के बारे में अपने विचार एवं अनुभव साझा कर रहे हैं.
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