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फागु मेले में देवी-देवता हुए शामिल, हजारों श्रद्धालु ऐतिहासिक पल के बने गवाह - फागु मेले में देवी-देवता हुए शामिल

कुल्लू के अखाड़ा बाजार में मनाए जा रहे फागु मेले में स्थानीय देवी देवताओं ने भी भाग लिया और शहर की परिक्रमा की. बुद्धिजीवी लोगों के साथ युवाओं ने इस मेले को यथावत रखने के लिए पहल की और मेले के संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर कदम बढ़ाए.

fagu fair organized in Kullu
फागु मेले में देवी-देवता हुए शामिल
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Published : Mar 12, 2020, 3:24 PM IST

कुल्लू: कुल्लू के अखाड़ा बाजार में मनाए जा रहे फागु मेले में स्थानीय देवी-देवताओं ने भी भाग लिया और शहर की परिक्रमा की. स्थानीय लोगों के अनुसार यह मेला कई वर्ष पहले मनाया जाता था लेकिन बीच में मेला बंद हो गया था. कुछ बुद्धिजीवी लोगों के साथ युवाओं ने इस मेले को यथावत रखने के लिए पहल की और मेले के संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर कदम बढ़ाए.

फागु मेले को स्थानीय देवता ध्रुव ऋषि के सम्मान में मनाया जाता है. मेले में मेहमान देवताओं में संगम महादेव, चंद्रमौली महादेव, मां चामुंडा ने भाग लिया और देवता ध्रुव ऋषि के साथ भव्य देव मिलन किया. इसके बाद मेला मैदान से देव परिक्रमा शुरू हुई और अखाड़ा बाजार होते हुए रामशिला तक हनुमान मंदिर गई. इसके बाद सभी देवता वापस मेला मैदान पहुंचे.

वीडियो रिपोर्ट.

ढोल-नगाड़ों की थाप के साथ जब देवी-देवता परिक्रमा पर निकले तो अखाड़ा बाजार जयकारों से गूंज उठा. इस दौरान लोगों ने देवी-देवताओं के पास शीश भी नवाया. कार्यक्रम में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार एवं पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.

ध्रुव ऋषि के कारदार राम महंत ने बताया कि यह मेला 100 से भी अधिक साल पहले से मनाया जा रहा है लेकिन बाद में जगह की कमी होने के चलते मेला विलुप्त होने की कगार पर था. अब इसे फिर से पुनर्जीवित किया जा रहा है. मेले के दौरान रोजाना सांस्कृतिक संध्याओं का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें स्थानीय व प्रदेश के अन्य जिलों से कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं.

ये भी पढ़ें:मनाली का अलेउ बेली ब्रिज क्षतिग्रस्त, बड़े वाहनों की आवाजाही पर रोक

कुल्लू: कुल्लू के अखाड़ा बाजार में मनाए जा रहे फागु मेले में स्थानीय देवी-देवताओं ने भी भाग लिया और शहर की परिक्रमा की. स्थानीय लोगों के अनुसार यह मेला कई वर्ष पहले मनाया जाता था लेकिन बीच में मेला बंद हो गया था. कुछ बुद्धिजीवी लोगों के साथ युवाओं ने इस मेले को यथावत रखने के लिए पहल की और मेले के संरक्षण और संवर्द्धन को लेकर कदम बढ़ाए.

फागु मेले को स्थानीय देवता ध्रुव ऋषि के सम्मान में मनाया जाता है. मेले में मेहमान देवताओं में संगम महादेव, चंद्रमौली महादेव, मां चामुंडा ने भाग लिया और देवता ध्रुव ऋषि के साथ भव्य देव मिलन किया. इसके बाद मेला मैदान से देव परिक्रमा शुरू हुई और अखाड़ा बाजार होते हुए रामशिला तक हनुमान मंदिर गई. इसके बाद सभी देवता वापस मेला मैदान पहुंचे.

वीडियो रिपोर्ट.

ढोल-नगाड़ों की थाप के साथ जब देवी-देवता परिक्रमा पर निकले तो अखाड़ा बाजार जयकारों से गूंज उठा. इस दौरान लोगों ने देवी-देवताओं के पास शीश भी नवाया. कार्यक्रम में भगवान रघुनाथ के मुख्य छड़ीबरदार एवं पूर्व सांसद महेश्वर सिंह ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की.

ध्रुव ऋषि के कारदार राम महंत ने बताया कि यह मेला 100 से भी अधिक साल पहले से मनाया जा रहा है लेकिन बाद में जगह की कमी होने के चलते मेला विलुप्त होने की कगार पर था. अब इसे फिर से पुनर्जीवित किया जा रहा है. मेले के दौरान रोजाना सांस्कृतिक संध्याओं का भी आयोजन किया जा रहा है. जिसमें स्थानीय व प्रदेश के अन्य जिलों से कलाकार अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन कर रहे हैं.

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