कुल्लू: चीन की ओर से भारतीय सैनिकों के साथ की गई बर्बरता के खिलाफ जहां पूरे भारत में आवाज उठ रही है. वहीं, पूर्व सैनिक भी चीन की कार्रवाई से गुस्साए हुए हैं. जिला कुल्लू के ढालपुर में स्थित सीएसडी कैंटीन में पूर्व सैनिकों ने मोमबत्ती जलाकर गलवान घाटी में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पूर्व सैनिकों ने चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का भी निर्णय लिया.
इस दौरान पूर्व सैनिकों ने चीन की कायराना हरकत पर रोष जताया. एक्स सर्विसमैन लीग के चेयरमैन ब्रिगेडियर टीएस ठाकुर ने कहा कि चीन भारत की सेना को कमजोर ना समझे. 1962 के बाद अब यह साल 2020 है और भारतीय सेना पूरी तरह से हर मोर्चे पर लड़ने में पूरी तरह से सक्षम है, ऐसे में अब चीन इस तरह की हरकतें करना बंद कर दें.
ठाकुर का कहना है कि अगर मोर्चे पर सरकार को पूर्व सैनिकों की जरूरत पड़ती है तो वह एक बार फिर से सीमा में जाकर चीन के साथ लड़ाई करने में भाग ले सकते हैं, ताकि देश की सेवा सेना का मनोबल बना रह सके. टीएस ठाकुर का कहना है कि सभी पूर्व सैनिकों ने जहां शहीद हुए सैनिकों को श्रद्धांजलि दी.
वहीं अब यह निर्णय लिया गया है कि आगे के दिनों में पूर्व सैनिकों के परिवार चीनी वस्तुओं का पूरी तरह से विरोध करेंगे. सरकार से भी आग्रह किया जाएगा कि वह विदेशी वस्तुओं पर प्रतिबंध लगाए और स्वदेशी वस्तुओं का प्रचार ज्यादा करें, ताकि स्वदेशी वस्तुएं खरीद कर भारत को मजबूत बनाया जा सके.