कुल्लू: जिला कुल्लू में सात दिवसीय ऑनलाइन पहाड़ी चित्रकला कार्यशाला का आयोजन किया गया. इसमें शिक्षा, भाषा कला एवं संस्कृति मंत्री गोविंद ठाकुर ने मनाली से वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से बतौर मुख्यातिथि जुड़कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया. वहीं, कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. चेत राम गर्ग ने की.
ऑनलाइन पहाड़ी चित्रकला कार्यशाला आयोजित
शिक्षा मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि हिमाचल के हर जिले में अनेकों कलाकार ऐसे हैं जो प्रदेश की संस्कृति के संरक्षण और संवर्द्धन के कार्य में अहम भूमिका निभा रहे हैं. गांव में ऐसी इन सब छुपी हुई प्रतिभाओं की तलाश कर उन्हें तराशने की आवश्यकता है. मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि किसी भी देश और प्रदेश की कला एवं संस्कृति उसकी विशिष्ट पहचान होती है. इसलिए कला के क्षेत्र को आगे बढ़ाना बहुत महत्वपूर्ण है.
पहाड़ी चित्रकला को जीवित रखना है लक्ष्य
मंत्री गोविंद ठाकुर ने कहा कि पहाड़ी चित्रकला को जीवित बनाए रखने के लिए इस दिशा में तेजी से कार्य करने की जरूरत है. चाहे कांगड़ा कलम हो, मंडी या कुल्लू कलम हो, सब पर कार्य करना शुरू किया गया है. उन्होंने सरकार और एनजीओ स्तर पर सबको परस्पर सहयोग के साथ बेहतर ढंग से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया. हिमाचल प्रदेश में कला के संरक्षण और संवर्द्धन के लिए बेहतरीन तरीके से कार्य हो, इसके लिए अलग से बैठक का आयोजन कर और विस्तार से विचार-विमर्श कर एक कार्य योजना को तैयार करना होगा.
मां सरस्वती वंदना से कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम में डॉ. राकेश कुमार शर्मा ने मुख्यातिथि और अन्य गणमान्य अतिथियों का वर्चुअल माध्यम से स्वागत किया और इस कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी. कार्यक्रम की शुरुआत असीम और विशाखा द्वारा खूबसूरत अंदाज में विद्या की देवी मां सरस्वती की वंदना से की गई.
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