कुल्लू: हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और यहां के लोग भी काफी शांतिप्रिय है. लेकिन जिस तरह से बीते दिनों मणिकर्ण में बाहरी राज्यों के पर्यटकों के द्वारा तोड़फोड़ की घटना को अंजाम दिया गया वह बेहद निंदनीय है. देवभूमि क्षत्रिय संगठन ने मांग की है कि प्रदेश में शरारती तत्वों और इस तरह की घटनाओं पर सरकार सख्त कार्रवाई करे. कुल्लू जिले के ढालपुर में डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग को इसी मांग को लेकर देवभूमि क्षत्रिय संगठन एवं स्वर्ण मोर्चा ने एक ज्ञापन सौंपा और एक रैली भी निकाली.
यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर हो कार्रवाई: देवभूमि क्षत्रिय संगठन के अध्यक्ष रूमित ठाकुर ने कहा कि मणिकर्ण की घटना के बाद भी हिमाचल प्रदेश की सड़कों पर कई मोटरसाइकिल चालक बिना हेलमेट के घूम रहे हैं और वह सरेआम यातायात नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं. लेकिन उसके बावजूद भी पुलिस प्रशासन उन पर कार्रवाई नहीं कर रही है. जिससे पता चलता है कि प्रदेश सरकार इस मामले को लेकर बिल्कुल भी गंभीर नहीं है.
रूमित ठाकुर ने कहा कि प्रदेश सरकार के मुखिया को मणिकर्ण के मामले की जानकारी होनी चाहिए थी और उसके बाद उन्हें बयान देना चाहिए था. अगर यही घटना सरकार के मंत्रियों के साथ होती और उनकी गाड़ियों को तोड़ा गया होता तो इस मामले में अब तक सरकार व प्रशासन शरारती तत्वों पर कार्रवाई कर चुका होता. लेकिन मणिकर्ण में आम जनता की गाड़ियां तोड़ी गईं. उन्होंने आरोप लगाया कि इस मामले में सरकार और प्रशासन द्वारा ढील दी गई है. उन्होंने मांग करते हुए कहा कि ऐसे शरारती तत्वों पर सरकार तुरंत कार्रवाई करे और यातायात नियमों की अवहेलना करने वालों पर भी सख्त से सक्त एक्शन लिया जाए. ताकि इस तरह की घटनाएं न हों.
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