कुल्लू: अगर आप दृढ़ निश्चय और इच्छाशक्ति से आगे बढ़ते हैं तो मंजिल मिल ही जाती है. इस वाक्य पर बिहार की बेटी साइकिलिस्ट एवं पर्वतारोही सविता महतो सटीक बैठती हैं, जिन्होंने विपरीत हालातों में भी अपना हौसला बरकरार रखा और नेपाल से श्रीलंका तक की यात्रा की. सविता महतो अब तक कई ऊंची चोटियों पर तिरंगा फहरा चुकी हैं और अब उनका लक्ष्य माउंट एवरेस्ट फतह करने का है. बता दें कि सविता महतो रविवार को पर्यटन नगरी मनाली से लेह के लिए रवाना हुईं.
बिहार के सारण में जन्मी सविता
बुलंद हौसले रखने वाली सविता महतो का जन्म बिहार के सारण जिले में हुआ. सविता जब छोटी थीं तो उनका परिवार कोलकाता चला गया. पिता ने परिवार के पालन-पोषण के लिए मछली बेचने का काम शुरू किया. बता दें कि सविता की पढ़ाई कोलकाता से ही हुई.
ये भी पढ़ें: कुल्लू में इस दिन शुरू होगी भर्ती प्रक्रिया, पुलिस ने जारी किया शेड्यूल
मिल चुके हैं कई सम्मान
सविता को अब तक कई सम्मान मिल चुके हैं. उनके जोश और जुनून को देखते हुए असम राइफल्स, मणिपुर पुलिस एवं असम पुलिस ने उन्हें सम्मानित किया है. बता दें कि वर्तमान में सविता उत्तराखण्ड और लेह लद्दाख में गाइड एवं ट्रेनर का काम कर रहीं हैं.
युवाओं को संदेश- कुछ भी नहीं असंभव
सहभागिता हमारी और आपकी टीम के जिला संयोजक बीजू ने बताया कि सविता महतो का सभी युवाओं से यही कहना है कि असम्भव कुछ भी नहीं है. अगर आपके मन में कुछ करने की ललक हो तो कुछ भी हासिल किया जा सकता है.
ये भी पढ़ें: हिमाचल के 26वें राज्यपाल के रूप में शपथ लेंगे कलराज मिश्र, सभी तैयारियां पूरी