कुल्लू: देश दुनिया में अपनी प्राकृतिक खूबसूरती के लिए मशहूर ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में अब तितलियों की विभिन्न प्रजातियों की एक बार फिर से छानबीन की जाएगी और वन विभाग के माध्यम से तितलियों पर एक बार फिर से सर्वे शुरू किया जाएगा, ताकि पता चल सके कि यहां पर किस-किस प्रकार की तितलियां निवास करती हैं. ऐसे में अब वन विभाग के द्वारा इस योजना के लिए काम शुरू कर दिया गया और वन विभाग के वनरक्षक ही इस सर्वे के पूरे कार्य को पूरा करेंगे.
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क के दायरे में पहले हुए सर्वे में 51 प्रजातियां देखने को मिली थी और इन्हें देखने के लिए देश-विदेश से पर्यटक भी यहां पर पहुंचते हैं. पार्क क्षेत्र में दिनभर तितलियां विचरण करती रहती हैं. जिससे यह दृश्य और ज्यादा मनोरम हो जाता है. अब इस पार्क के भीतर तितलियों की अन्य प्रजातियों की छानबीन के लिए सर्वे का काम शुरू किया जाएगा.
जिला कुल्लू के उप मंडल बंजार के तीर्थन और सैंज इलाके में यह ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क 1172 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है और इसे विश्व धरोहर का दर्जा भी दिया गया है. ग्रेट हिमालय नेशनल पार्क के आठ अलग-अलग ट्रैक पर यह विभिन्न प्रजातियों की तितली आसानी से देखी जाती है. तितलियां 1200 से 1500 मीटर की ऊंचाई पर होती है और खुले मैदान या झाड़ियां में एक साथ बैठा हुआ इनका झुंड सैलानियों को भी रोमांचित करता है. वन विभाग द्वारा अब एक बार फिर से इसके सर्वे का काम शुरू किया जा रहा है और इसके लिए वनरक्षक को प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है. वन रक्षको को प्रशिक्षण के बाद उनके सर्वे के लिए नेशनल पार्क के एरिया में भेजा जाएगा.
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गौर रहे की ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में 145 प्रकार के पक्षी पाए जाते हैं. इसके अलावा 36 प्रकार के दुर्लभ जड़ी बूटियों और राज्य पक्षी जाजू राणा का भी यहां संरक्षण हो रहा है. साथ ही पार्क के क्षेत्र में बर्फानी तेंदुआ, ब्लू शीप, सीरो जैसे जानवर भी पाए जाते हैं. वन विभाग भी पार्क में जानवरों सुरक्षा के लिए समय-समय पर जरूरी कदम उठाता रहता है.
ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में पाए जाने वाली तितलियां में कॉमन विंडमिल, ग्लासी ब्लू बोटल, यलो स्वैलो वटेल, रीगल अपोलो, कॉमन ब्लू अपोलो, कॉमन पीकॉक, ब्लू पीकॉक, लाइम बटरफ्लाई, पायरट मोरमोर्न ब्रिम्स्टोन, हिमालयन ब्लैक वेन सहित 51 प्रजाति की तितलियां पाई जाती है. अब देखना यह है कि सर्वे में क्या तितलियों की अन्य प्रजातियों की भी गिनती होती है. क्योंकि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क भारतवर्ष में मात्र एक ऐसा पार्क है. जहां पर 51 प्रजाति की तितलियां एक साथ पाई जाती है.
वहीं, वाइल्ड लाइफ शम्सी के एसीएफ हंसराज ठाकुर ने बताया कि ग्रेट हिमालयन नेशनल पार्क में अभी तक 51 प्रकार की तितलियों की पहचान हुई है. अब इसका सर्वे फिर से किया जाना है और इसके लिए वनरक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है. प्रशिक्षण के बाद पार्क एरिया में सर्वे की प्रक्रिया फिर से शुरू कर दी जाएगी.
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