कुल्लू: हर बार नए साल की सुबह के साथ हिमाचल प्रदेश आगामी वर्ष का स्वागत उत्साह और उत्सव के साथ करने के लिए तैयार हो जाता है. ऐसे में जिला कुल्लू का मनाली देश के सबसे रोमांचक पर्यटन स्थलों में से एक बन जाता है. नए साल के अवसर पर मनाली में विंटर कार्निवल (Winter Carnival in Manali) का शुभारंभ भी हो जाता है और यह निश्चित रूप से सबसे अनोखे और रोमांचक सांस्कृतिक अनुभवों में से एक है.
पर्यटन नगरी मनाली विंटर का विंटर कार्निवल (Kullu Winter Carnival) का वार्षिक उत्सव अटल बिहारी पर्वतारोहण संस्थान के निदेशक रहे हरनाम सिंह के दिमाग की उपज थी और वर्ष 1977 में अस्तित्व में आया. हिमाचल प्रदेश राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. वाईएस परमार ने उत्सव का उद्घाटन किया और प्रारंभिक में उत्सव का प्राथमिक फोकस साल स्कीइंग पर था. स्कीइंग को बढ़ावा देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम को शुरू किया गया था और लोग भी धीरे-धीरे इसमें भाग लेने लगे. उसके बाद इसका स्वरूप बढ़ता गया और अब इसकी पहचान राष्ट्रीय स्तर पर हो गई है.
वहीं, इस साल विंटर कार्निवल में तीन और पांच जनवरी को माल रोड पर महानाटी में महिला मंडल से जुड़ीं महिलाएं पारंपरिक परिधानों में कुल्लवी नाटी डालकर धमाल मचाएंगी. इसमें लगभग 280 महिला मंडल भाग ले रहे हैं. हर महिला मंडल से 12 प्रतिभागी भाग लेंगी. महानाटी में दोनों दिन में 3,360 से अधिक महिलाएं एक साथ नाटी डालेंगी. राष्ट्रीय विंटर कार्निवाल में महिलाओं की कुल्लवी नाटी हर वर्ष होती है. इसमें भाग लेने वाली महिलाओं को आयोजन समिति सम्मान राशि भी देती है.
इन कार्यक्रमों को होता है आयोजन: विंटर कार्निवल में हर साल विंटर क्वीन और वॉइस ऑफ हिमालय कार्यक्रम का भी आयोजन किया जाता है. दोनों ही कार्यक्रम में भारत के विभिन्न इलाकों से कलाकार मनाली पहुंचते हैं और दोनो ही कार्यक्रम विंटर कार्निवल के मुख्य आकर्षण होते हैं. इस उत्सव के जरिए पर्यटक हिमाचल की संस्कृति से रूबरू होते हैं. हिमाचल की संस्कृति, परिवेश, पहनावा, यहां की लोक कला और लोकनृत्य की झलक इस उत्सव में टूरिस्टों को देखने को मिलती है. क्योंकि नए साल के जश्न पर हजारों की संख्या में सैलानी यहा आते हैं और साल की शुरुआत में ही इस उत्सव का शुभारंभ होता हैं. टूरिस्ट इस उत्सव में हिमाचल के नृत्य और संगीत का आनंद ले सकते हैं.
CM करेंगे कार्निवाल का शुभारंभ: विंटर कार्निवल कमेटी के संयोजक एवं मनाली के विधायक भुवनेश्वर गोड ने कहा कि मुख्यमंत्री द्वारा 2 जनवरी को सुबह हिडिंबा माता की पूजा के साथ इस शरदोत्सव का विधिवत आरंभ किया जाएगा. इसके पश्चात मुख्य अतिथि द्वारा स्थानीय झांकियों को झंडी दिखाकर रवाना किया जाएगा. इसके बाद मुख्यअतिथि रामबाग चौक पर आकर यहां पर आयोजित होने वाले पारंपरिक कुलवी नृत्य में शामिल होंगे. इसी कड़ी में मनु रंगशाला में सांस्कृतिक कार्यक्रमों का विधिवत शुभारंभ भी किया जाएगा, जहां पर मुख्यातिथि दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ करेंगे. इस दौरान सीएम को आयोजन समिति द्वारा सम्मानित भी किया जाएगा.
उन्होंने कहा कि इस संबंध में बैठक कर विंटर कार्निवल को लेकर रोडमैप तैयार किया गया है. कार्यक्रम के सुचारू संचालन के लिए यातायात प्रबंधन एवं कानून व्यवस्था को लेकर भी पुख्ता इंतजाम किए गए हैं. बैठक के दौरान उन्होंने सभी विभागों के अधिकारियों को दी गई जिम्मेदारियों का तत्परता से निर्वहन करने के निर्देश भी दिए. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए की इस कार्यक्रम के सफल आयोजन के लिए सफाई व्यवस्था, बिजली की व्यवस्था, पानी की व्यवस्था तथा कार्यक्रम में भाग लेने वाले विभिन्न प्रतिभागियों के रहने एवं खाने की उचित व्यवस्था की जाए. वहीं, बर्फ पड़ने की स्थिति में सड़कों को सही समय पर बहाल करने की व्यवस्था भी संबंधित विभाग द्वारा की जाए.
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