कुल्लू: भारत के गैर सरकारी संगठन चाइल्ड लाइन इंडिया फाउंडेशन की ओर से संचालित फोन सहायता सेवा 1098 चाइल्ड लाइन के नाम से जानी जाती है, जो बच्चों के हितों की रक्षा के लिए पूरे सप्ताह चौबीसों घंटे चलने वाली निशुल्क फोन सेवा है. यह सेवा अनाथ, निराश्रित और स्कूल न जा सकने वाले गरीब बच्चों की सहायता करती है.
कुल्लू चाइल्ड लाइन की सिटी कॉर्डिनेटर शालिनी वत्स किमटा ने कहा कि चाइल्ड लाइन हमेशा मजबूर बच्चों की सहायता करता है. कोरोना काल में भी चाइल्ड लाइन पूरी तरह से एक्टिव रहा और जो भी शिकायतें आई उनका तुरंत समाधान किया गया. उन्होंने कहा कि कोरोना काल में जो भी बच्चे यहां फंसे थे, उनको प्रोटोकॉल के हिसाब से उनके शेल्टर व घर पहुंचाने का काम किया गया. चाइल्ड लाइन ने बाल मजदूरी पर भी काम किया है और यहां बाल मजदूरी पर काफी हद तक अंकुश लगा है.
सिटी कॉर्डिनेटर शालिनी वत्स किमटा ने कहा कि आजकल चाइल्ड लाइन दोस्ती सप्ताह मनाया जा रहा है. इसके तहत लोगों को चाइल्ड लाइन के बारे में जागरूक किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इस सप्ताह का मुख्य उद्देश्य बच्चों के साथ दोस्ती करना है, जिससे उनकी समस्याओं का निवारण करना आसान हो जाएगा. साथ ही देश में लगातार हो रही बच्चों के साथ घटनाओं में देखा जाता है कि उनका शोषण किया जा रहा है.
शालिनी ने कहा कि यह बात बच्चों को पता ही नहीं होती है कि उनके अधिकारों का हनन हो रहा है. उन्होंने जानकारी दी कि यह जरूरी है कि बच्चों को अपने अधिकारों के बारे में पता होना चाहिए. साथ ही उन्हें इसकी जानकारी होना चाहिए कि अगर उनके अधिकारों का हनन हो रहा है, ऐसे में उन्हें क्या करना चाहिए.