कुल्लू: हिमाचल प्रदेश उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी रामा सुब्रमण्यन ने शनिवार को कुल्लू से 26 किलोमीटर दूर 17 मील में देवदार का पौधा लगाकर पौधरोपण अभियान का शुभारंभ किया. पौधरोपण कार्यक्रम का आयोजन जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण द्वारा राज्य विधिक सेवाएं प्राधिकरण के तत्वावधान एवं वन विभाग के सहयोग से किया गया.
उच्च न्यायालय के वरिष्ठ न्यायाधीश न्यायमूर्ति धर्मचंद चौधरी ने भी इस अवसर पर देवदार के पौधे का रोपण किया. इस अवसर पर जिलाधीश डॉ. ऋचा वर्मा, जिला एवं सत्र न्यायधीश पुरेंद्र वैद्य, प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय शर्मा, अरण्यपाल अनिल शर्मा, एसपी गौरव सिंह, जिला विधिक सेवाएं प्राधिकरण के सचिव अनिल शर्मा सहित अन्य अधिकारियों और जिला बार एसोसिएशन के पदाधिकारियों ने भी पौधे लगाकर पर्यावरण संरक्षण का संदेश दिया.
इस मौके पर प्रधान मुख्य अरण्यपाल अजय शर्मा ने मुख्य न्यायाधीश न्यायमूर्ति वी रामा सुब्रमण्यन और न्यायाधीश न्यायमूर्ति धर्मचंद चैधरी को कुल्लवी टोपी, शॉल और स्मृति चिह्न देकर उनका स्वागत किया. इस दौरान बातचीत के दौरान अजय शर्मा ने बताया कि हिमाचल प्रदेश में इस वर्ष 20 से 24 जुलाई तक एक वृहद वृक्षारोपण अभियान चलाया गया और इस दौरान विभिन्न प्रजातियों के लगभग 25 लाख पौधे लगाए गए.
उन्होंने कहा कि इस अभियान में पंचायती राज संस्थानों के प्रतिनिधियों, स्वंय सेवी संस्थाओं, महिला व युवक मण्डलों तथा बड़ी संख्या में स्कूली बच्चों व स्थानीय लोगों को जोड़ा गया. उन्होंने बताया कि पिछले वर्ष भी ऐसे ही अभियान में प्रदेशभर में 17 लाख पौधों का रोपण किया गया था.
इस पौधारोपण कार्यक्रम में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस के जवानों, वन विभाग के कर्मचारियों, क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों के जनप्रतिनिधियों, पैरा लीगल वालंटियरों, डिग्री कालेज हरिपुर और क्षेत्र के विभिन्न स्कूलों के विद्यार्थियों और आम लोगों ने लगभग 400 पौधे लगाए.