कुल्लू: चैत्र नवरात्रि के साथ ही आज नव संवत्सर का भी शुभारंभ हो गया है. हिमाचल प्रदेश के मंदिरों में आज पहले नवरात्रि के दौरान श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ी. कुल्लू जिले में भी आज बुधवार को चैत्र नवरात्रि की विशेष धूम देखी गई. जिले के सारे मंदिरों में भक्तों का तांता लगा रहा. सुबह से ही श्रद्धालु अपने-अपने आराध्य देवी-देवताओं के दर्शनों के लिए मंदिरों में पहुंचने लगे और देवताओं का आशीर्वाद लिया. जिला कुल्लू के गड़सा, मनाली, बंजार, पार्वती घाटी सहित सभी इलाकों में पूरे मंदिर नवरात्रि के लिए सज चुके हैं.
नव संवत्सर पर देवी-देवताओं ने दिए दर्शन: नव संवत्सर के अवसर पर देवी देवताओं ने भी अपने भक्तों को दर्शन दिए और अपनी मनोकामनाएं मांगी. वहीं, बंजार के लोगों का कहना है कि नव संवत्सर के दिन घाटी में देवता स्वर्ग से वापस लौट आते हैं और अपने भक्तों को सुख समृद्धि का आशीर्वाद देते हैं. पर्यटन नगरी मनाली के प्रसिद्ध हिडिंबा मंदिर में अब चैत्र नवरात्रि के दौरान 9 दिनों तक हवन-यज्ञ किया जाएगा. बाकि मंदिरों में भी इसी प्रकार नवरात्रि के दौरान विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा.
आज से हिंदू नववर्ष शुरू: माता हडिंबा के पुजारी राकेश शर्मा, देवता छमाहु के पुजारी धनेश गौतम का कहना है कि नव संवत्सर से ही हिंदू नववर्ष की शुरुआत होती है. इस अवसर पर पुरोहित घर-घर जाकर नव संवत्सर की महिमा का गुणगान करेंगे.
9 दिनों तक होगी मां दुर्गा की पूजा: चैत्र नवरात्रि की शुरुआत के साथ आज से 9 दिनों तक मां दुर्गा की पूजा की जाएगी तो वहीं कई मंदिरों में मां दुर्गा की अराधना के साथ हवन-यज्ञ भी किए जाएंगे. नवरात्रि के दौरान देवियों की विशेष पूजा का प्रावधान है. कुल्लू जिले के मंदिरों में भी नौ दिनों तक सुबह-शाम भजन-कीर्तन किया जाएगा. वहीं, नवरात्रि के अवसर पर कई जगहों पर मेलों का भी आयोजन किया जाता है.
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