कुल्लू: कोरोना कर्फ्यू की वजह से कई लोगों का काम ठप हो गया है. सबसे ज्यादा मार गरीब तबके के लोगों पर पड़ी है. कुल्लू के भुंतर में भी कुछ ऐसे लोग हैं जो रोजाना काम करके दो वक्त की रोटी का इंतजाम करते थे लेकिन कोरोना कर्फ्यू ने वह भी छीन लिया है. ऐसे में इन लोगों के पास खाने के लिए राशन तक नहीं है. जिले की कारसेवा संस्था ने इन लोगों की समस्या को दूर करने के लिए अपने हाथ आगे बढ़ाए हैं.
झुग्गियों में रहने वाले 20 परिवारों को पहुंचाया राशन
कुल्लू के भुंतर में झुग्गियों में रहने वाले लोग छोटे-मोटे काम कर दो वक्त की रोटी खाते हैं. कोरोना कर्फ्यू की वजह से बाजारों के सभी काम बंद हैं, ऐसे में इन लोगों को दो वक्त की रोटी का इंतजाम करना भी मुश्किल हो रहा है. ऐसे लोगों की मदद के लिए जिले की कारसेवा संस्था ने हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं. इसी नंबर पर कॉल करके भुंतर में रह रहे लोगों ने संस्था को राशन न होने की बात से अवगत करवाया.
यह सूचना मिलने पर संस्था ने मौका मुआयना किया जिसमें उन्हें पता चला कि सच में इन लोगों के पास राशन नहीं है. इसके बाद संस्था की ओर से झुग्गियों में रहने वाले 20 परिवारों को राशन उपलब्ध करवाया गया है. इस राशन किट में 10 किलो चावल, 10 किलो आटा, दो किलो दालें, चाय पत्ती, दूध, चीनी, मसाले, साबुन, एक लीटर रिफाइंड तेल, एक किलो प्याज, दो किलो आलू, टमाटर आदि दिया गया.
हेल्पलाइन नंबर पर रोजाना आ रहे हैं मदद के आवेदन
झुग्गियों में रह रही प्रवासी महिला मधु का कहना है कि कोरोना कर्फ्यू के कारण उन्हें काम करना मुश्किल हो गया है और ऐसे में उनके पास परिवार को खाना खिलाने के लिए राशन भी नहीं था. उन्हें जैसे ही कारसेवा की हेल्पलाइन के बारे में पता चला तो उन्होंने उस पर कॉल करके संस्था को सारी आपबीती सुनाई. उन्होंने कहा कि संस्था के द्वारा उन्हें राशन दिया गया है और इसके लिए वह संस्था का धन्यवाद करते हैं.
कारसेवा दल के अध्यक्ष मनदीप सिंह का कहना है कि जिन जरूरतमंद लोगों को कोरोना कर्फ्यू के कारण दिक्क्तें हो रही हैं और दो वक्त की रोटी जुटाना भी मुश्किल हो गया, इनके लिए संस्था के द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया गया है और उन्हें रोजाना दर्जनों परिवारों की मदद के लिए निवेदन आ रहा है और वह मौके पर जाकर निरिक्षण के उपरांत ही परिवारों की मदद कर रहे हैं.
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