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पार्वती और ब्यास नदी के किनारे अब सेल्फी नहीं ले पाएंगे पर्यटक, निर्देश जारी - पार्वती नदी

कुल्लू जिला की पार्वती व ब्यास नदी के किनारे अब पर्यटक सेल्फी नहीं ले पाएंगे. सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ये फैसला लिया गया है. साल 2020 मार्च माह से लेकर अभी तक ब्यास व पार्वती नदी की धारा में बहने के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है. आए दिन दोनों ही नदियों से पुलिस द्वारा शव भी बरामद किए जाते हैं. डीसी कुल्लू ने भी इस बारे में जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि बरसात से पहले ही सभी संवेदनशील जगहों को चिन्हित किया जा सके और वहां पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जा सके.

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Published : Jun 16, 2021, 1:26 PM IST

Updated : Jun 16, 2021, 1:36 PM IST

कुल्लू: पार्वती व ब्यास नदी के किनारों पर अब पर्यटक सेल्फी नहीं ले पाएंगे. नदी किनारे मौज-मस्ती करने पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं. सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब जिला प्रशासन की ओर से नदी के किनारों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे. कुछ संवेदनशील जगह को भी चिन्हित किया जाएगा.

नदी किनारे लगाए जाएंगे चेतावनी बोर्ड

कुल्लू जिला में अब नदी-नालों का पानी बढ़ना भी शुरू हो गया है. ऐसे में जिला के चारों उपमंडलों के एसडीएम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि वह नदी किनारे संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां पर चेतावनी बोर्ड लगाएं. नियमों को नहीं मानने वाले सैलानियों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

वीडियो

सेल्फी की चाह में कई सैलानी हुए दुर्घटना का शिकार

इससे पहले भी जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में फोटो खींचने की चाहत में कई सैलानी दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं. कई सैलानी अभी भी लापता हैं. ऐसे में इस साल पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने जून माह में भी एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.

डीसी ने जारी किए निर्देश

साल 2020 मार्च माह से लेकर अभी तक ब्यास व पार्वती नदी की धारा में बहने के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है. आए दिन दोनों ही नदियों से पुलिस द्वारा शव भी बरामद किए जाते हैं. डीसी कुल्लू ने भी इस बारे में जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि बरसात से पहले ही सभी संवेदनशील जगहों को चिन्हित किया जा सके और वहां पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जा सके.

पर्यटकों को किया जाए सचेत

डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा ने कहा कि बहुत से सैलानी तेज बहाव वाली नदियों के समीप शिलाओं पर चढ़कर सेल्फी लेते नजर आते हैं और यदा-कदा दुर्घटना का शिकार भी बन जाते हैं. ऐसे में सभी एसडीएम को नदियों के किनारे शीघ्र चेतावनी बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस भी ऐसे संवेदनशील स्थलों पर सैलानियों को नदी के समीप जाने से रोके और स्थानीय लोगों से भी इस संबंध में पर्यटकों को सचेत करने का आग्रह किया.

स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील

ऋचा वर्मा ने कहा कि पार्वती नदी में पूर्व में अनेक घटनाएं देखने को मिली हैं. इन्हें रोकने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाना चाहिए. जिले के किसी भी भाग में किसी भी प्रकार की आपदा की रिपोर्ट तुरंत टॉल-फ्री नम्बर 1077 पर दी जानी चाहिए. हालांकि, जिला में गठित आपदा प्रबंधन के सभी सदस्यों के नंबर भी मौजूद हैं, जिन्हें समय-समय पर समाचार पत्रों के माध्यम से भी प्रचारित किया जाता है.

ये भी पढ़ें: धारा-370 की बात पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ करना देश के साथ विश्वासघात: अनुराग ठाकुर

कुल्लू: पार्वती व ब्यास नदी के किनारों पर अब पर्यटक सेल्फी नहीं ले पाएंगे. नदी किनारे मौज-मस्ती करने पर भी पाबंदियां लगाई गई हैं. सैलानियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए अब जिला प्रशासन की ओर से नदी के किनारों पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जाएंगे. कुछ संवेदनशील जगह को भी चिन्हित किया जाएगा.

नदी किनारे लगाए जाएंगे चेतावनी बोर्ड

कुल्लू जिला में अब नदी-नालों का पानी बढ़ना भी शुरू हो गया है. ऐसे में जिला के चारों उपमंडलों के एसडीएम इस बात को सुनिश्चित करेंगे कि वह नदी किनारे संवेदनशील स्थानों को चिन्हित कर वहां पर चेतावनी बोर्ड लगाएं. नियमों को नहीं मानने वाले सैलानियों पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी.

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सेल्फी की चाह में कई सैलानी हुए दुर्घटना का शिकार

इससे पहले भी जिला कुल्लू की मणिकर्ण घाटी में फोटो खींचने की चाहत में कई सैलानी दुर्घटना का शिकार हो चुके हैं. कई सैलानी अभी भी लापता हैं. ऐसे में इस साल पर्यटकों की सुरक्षा को देखते हुए जिला प्रशासन ने जून माह में भी एहतियातन कदम उठाने शुरू कर दिए हैं.

डीसी ने जारी किए निर्देश

साल 2020 मार्च माह से लेकर अभी तक ब्यास व पार्वती नदी की धारा में बहने के कारण 10 लोगों की मौत हो चुकी है. आए दिन दोनों ही नदियों से पुलिस द्वारा शव भी बरामद किए जाते हैं. डीसी कुल्लू ने भी इस बारे में जिला प्रशासन को निर्देश जारी कर दिए हैं, ताकि बरसात से पहले ही सभी संवेदनशील जगहों को चिन्हित किया जा सके और वहां पर चेतावनी बोर्ड भी लगाए जा सके.

पर्यटकों को किया जाए सचेत

डीसी कुल्लू ऋचा वर्मा ने कहा कि बहुत से सैलानी तेज बहाव वाली नदियों के समीप शिलाओं पर चढ़कर सेल्फी लेते नजर आते हैं और यदा-कदा दुर्घटना का शिकार भी बन जाते हैं. ऐसे में सभी एसडीएम को नदियों के किनारे शीघ्र चेतावनी बोर्ड लगवाने के निर्देश दिए गए हैं. पुलिस भी ऐसे संवेदनशील स्थलों पर सैलानियों को नदी के समीप जाने से रोके और स्थानीय लोगों से भी इस संबंध में पर्यटकों को सचेत करने का आग्रह किया.

स्थानीय लोगों से सहयोग की अपील

ऋचा वर्मा ने कहा कि पार्वती नदी में पूर्व में अनेक घटनाएं देखने को मिली हैं. इन्हें रोकने के लिए स्थानीय लोगों का सहयोग लिया जाना चाहिए. जिले के किसी भी भाग में किसी भी प्रकार की आपदा की रिपोर्ट तुरंत टॉल-फ्री नम्बर 1077 पर दी जानी चाहिए. हालांकि, जिला में गठित आपदा प्रबंधन के सभी सदस्यों के नंबर भी मौजूद हैं, जिन्हें समय-समय पर समाचार पत्रों के माध्यम से भी प्रचारित किया जाता है.

ये भी पढ़ें: धारा-370 की बात पाकिस्तानी पत्रकारों के साथ करना देश के साथ विश्वासघात: अनुराग ठाकुर

Last Updated : Jun 16, 2021, 1:36 PM IST
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