कुल्लू: जिला कुल्लू में बजौरा से लेकर मनाली तक फोरलेन सड़क का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है. फोरलेन पर वाहनों ने भी रफ्तार पकड़ ली है, लेकिन इस फोरलेन निर्माण के चलते कई लोगों को विस्थापन का शिकार भी होना पड़ा है. इसी कड़ी में ग्राम पंचायत बड़ा भुइंन के गांव हाथी थान में भी फोरलेन द्वारा 18 परिवारों को अपने मकान व जमीन खाली करने के निर्देश दिए थे, लेकिन फोरलेन का निर्माण कार्य पूरा होने के बाद भी अभी तक इन विस्थापित हुए परिवारों को मुआवजा नहीं मिल पाया है. ऐसे में लोगों में एनएचएआई के खिलाफ भारी रोष है.
DC कुल्लू से मिले फोरलेन प्रभावित: अब इस मामले को लेकर हाथी थान गांव के 18 परिवारों ने ढालपुर में डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग से मुलाकात की. ग्रामीणों का कहना है कि उन्हें घर खाली करने का नोटिस तो दिया जा रहा है, लेकिन अभी तक उन्हें उनकी जमीनों का मुआवजा नहीं दिया गया है. उन्होंने डीसी कुल्लू को अपना शिकायत पत्र सौंपा है. जिसमें ग्रामीणों ने मुआवजे की मांग की है. ग्रामीणों का कहना है कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं दिया जाता है, तब तक वह अपनी जमीन खाली नहीं करेंगे.
'बिना मुआवजे के नोटिस दे रहा NHAI': बजौरा-मनाली फोरलेन प्रभावित परिवार के सदस्य करण देव बौद्ध, संजय कुमार, नीलचंद का कहना है कि एनएचएआई द्वारा भूमि अधिग्रहण का नोटिस उन्हें साल 2022 में दिया गया था, लेकिन 1 साल पूरा होने के बाद भी ना तो उन्हें मुआवजा दिया गया है और ना ही उनके विस्थापन के लिए कोई योजना तैयार की गई है. ऐसे में अब एनएचएआई प्रबंधन द्वारा फिर से जमीन को खाली करने का नोटिस दिया गए है.
'बिना मुआवजे के कैसे बसाएंगे आशियाना': बजौरा-मनाली फोरलेन प्रभावितों ने कहा कि जब तक उन्हें मुआवजा नहीं मिलता, तब तक वह अपनी जमीन को किस तरह से खाली कर सकते हैं. उनका कहना है कि इस संदर्भ में उन लोगों द्वारा कई बार नेशनल हाइवे मंडी ऑफिस के चक्कर लगाए. इसके अलावा केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी को भी ज्ञापन सौंपा था, लेकिन उन्हें मुआवजा नहीं मिला. ऐसे में इन लोगों को इस बात की चिंता सता रही है कि बिना मुआवजे के वह लोग फिर से कैसे अपना आशियाना दोबारा बना पाएंगे.
आमरण अनशन की दी चेतावनी: ग्रामीण कर्ण देव बौद्ध का कहना है कि अब डीसी कुल्लू आशुतोष गर्ग को भी ज्ञापन सौंपा गया है और मांग रखी गई है कि जल्द से जल्द उन्हें मुआवजा दिलाया जाए. कर्ण का कहना है कि अगर उनकी समस्याओं का समाधान जल्द नहीं किया गया तो वह आज यानी मंगलवार से आमरण अनशन पर बैठ जाएंगे और इसकी पूरी जिम्मेदारी एनएचएआई प्रबंधन की होगी. वहीं, डीसी कुल्लू ने भी ग्रामीणों को आश्वासन दिया है कि 1 सप्ताह के भीतर उनकी समस्या को हल किया जाएगा.
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