कुल्लूः हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और यहां के लोग भी भोले भाले और ईमानदार हैं. सैकड़ों ऐसे मौके हैं जब लोगों ने ईमानदारी की मिसाल पेश की है. इसी कड़ी मे भुंतर में ऑटो रिक्शा चला रहे युनस खान ने एक बार फिर ईमानदारी की मिसाल पेश की है.
शुक्रवार शाम साढ़े 6 बजे ऑटो चालक यूनस कुल्लू में सवारी छोड़कर वापस आ रहा था. नेचर पार्क मौहल में उन्होंने शमशी निवासी सुनीता बोध और बहन को शीतल बोध को उनके घर तक छोड़ा. शीतल बोध जरूरी दस्तावेजों से भरे बैग को ऑटो में ही भूल गई और उसके बाद उन्होंने भुंतर ऑटो यूनियन के प्रधान प्रेमवर्धन को इसकी जानकारी दी. प्रेमवर्धन ने भी सभी ऑटो चालकों को सूचित किया कि कोई महिला ऑटो में अपना बैग भूल गई है और अगर किसी के पास यह बैग है तो इसकी जानकारी दे.
घर पहुंचकर लौटाया बैग
शनिवार की सुबह ऑटो रिक्शा चालक यूनस खान ने प्रधान को जानकारी दी कि उसके ऑटो में कोई बैग भूल गया है. प्रधान प्रेमवर्धन ऑटो चालक युनस के साथ तुंरत शमशी में सुनीता बोध के घर पहुंचे और उनको बैग लौटा दिया. बैग को वापस पाकर सुनीता बोध की खुशी का ठिकाना न था और उन्होंने इसके लिए ऑटो रिक्शा चालक यूनस व प्रधान का धन्यवाद किया.
क्या कहना है ऑटो चालक का
ऑटो चालक यूनुस का कहना है कि वे कुल्लू से सवारी को छोड़कर वापस आ रहे थे कि नेचर पार्क मौहल से उन्होंने सवारी को बिठाया और उसके बाद में घर चले गए उन्हें ऑटो यूनियन के व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से जानकारी मिली कि कोई महिला अपने जरूरी दस्तावेजों से भरे बैग को भूल गई है. उन्होंने इसके बाद ऑटो यूनियन के प्रधान को इस बात की जानकारी दी और महिलाओं को उसका बैग सौंप दिया.
ऑटो रिक्शा चालक व ऑटो यूनियन के प्रधान का जताया आभार
सुनीता बोध ने ऑटो रिक्शा चालक यूनुस खान और ऑटो यूनियन के प्रधान का बैग ढूंढने के लिए आभार जताया और कहा कि हिमाचल प्रदेश देवभूमि है और यहां के लोगों में आज भी ईमानदारी बची हुई है.
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