किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के रिकांगपिओ में आज काशंग विद्युत परियोजना (HPPCL) के मुख्य कार्यालय के बाहर 41 मजदूरों को बिना सूचना दिए नौकरी से निकालने जाने पर पांगी के मजदूरों ने डीजीएम काशंग के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की.
इस दौरान इंटक मजदूर यूनियन के जिला अध्यक्ष मानचन्द नेगी ने कहा कि पांगी स्थित काशंग विद्युत परियोजना का सेकेंड फेस का कार्य चला रहा है जिसमें करीब 90 मजदूर बाहरी क्षेत्रों के हैं जो, मौजूदा समय मे कंपनी के साथ काम कर रहे हैं.
काशंग परियोजना ने अपना कंस्ट्रक्शन का काम पटेल कंस्ट्रक्शन कंपनी को दिया है. जिसके बाद पटेल ने शिव शक्ति कंस्ट्रक्शन को इस काम के लिए रखा. शिव शक्ति कंपनी ने पिछले वर्ष पांगी के मजदूरों को नवंबर महीने में अचानक बिना सूचना दिए नौकरी से बाहर निकाल दिया था.
मानचन्द नेगी इस मौके पर कहा कि काशंग कंपनी इन दोनों कंस्ट्रक्शन कंपनियों पर लगाम नहीं होने के कारण ये दोनों कंपनियां मनमर्जी से गरीब मजदूरों पर अत्याचार करने पर तुली हुई हैं, जो सरासर गलत है और श्रम कानून का उलंघन भी है.
उन्होंने कहा कि सभी प्रभावित मजदूर पिछले सोलह दिन से कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे हैं. जिसमें कई मजदूर तो बहुत गरीब है और सोलह दिन से घर भी नहीं गए हैं. उन्होंने कहा कि समय रहते इन सभी प्रभावित मजदूरों को शिव शक्ति कंपनी ने नौकरी पर वापिस नहीं लिया तो जिला स्तर पर उग्र आंदोलन किया जाएगा.