किन्नौर: जनजातीय जिला किन्नौर के आकपा के पास बने बीआरओ के पुल पर अब एक समय में केवल एक ही वाहन चलाने के लिए प्रशासन ने निर्देश दिए है. इस पुल को बीते 2 साल हो गए थे, लेकिन तकनीकी खराबी के कारण अबतक इस पुल को वाहनों के लिए शुरू नहीं किया गया था.
बता दें कि पिछले दिनों रिस्पा खड्ड में बाढ़ आने से सतलुज के ऊपर बना अस्थाई पुल बह गया था. इसके चलते अब बीआरओ के बड़े पुल को बिना किसी परीक्षण के खोलना पड़ा है, जिस पर प्रशासन ने अब पुल की क्षमता अनुसार वाहनों को चलाने का फैसला लिया है.
इस संदर्भ में डीसी किन्नौर गोपालचंद ने कहा कि लंबे समय से आकपा के पास बने बीआरओ के पुल पर वाहनों को चलाने के लिए सरकार के आदेश का इंतजार था. अब आदेश आने पर इस पुल पर केवल एक समय में एक ही वाहन को चलाने का प्रशासन ने फैसला लिया है. बताया जा रहा है कि पुल के बीच में तकनीकी खामी है, जिसमें लगातार वाहनों की आवाजाही से पुल के साथ वाहन को भी नुकसान हो सकता है.
डीसी ने कहा कि इस पुल को खोलने का मकसद पूह खंड के करीब 24 पंचायतों के सेब के सीजन को प्रभावित होने से रोकना था. साथ ही चीन सीमा पर सेना व आईटीबीपी के वाहनों की आवाजाही में परेशानी होने से रोकना था. उन्होंने कहा कि पुल पर लगातार वाहनों की आवाजाही रोकने के लिए मौके पर पुलिस कर्मी भी तैनात किए गए हैं.
बता दें कि आकपा के पास बने बीआरओ के पुल करीब 28 करोड़ की लागत से बना है. इसे बने दो साल बीत गए थे, लेकिन पुल में तकनीकी खराबी आने के कारण अब तक इस पुल को चालू नहीं किया गया था. अभी भी पुल की तकनीकी खराबी बरकरार है, लेकिन सतलुज के ऊपर बने अस्थाई पुल को पिछले दिनों रिस्पा खड्ड में आए बाढ़ ने अपनी चपेट में ले लिया, जिसके चलते अब इस पुल को अस्थाई तौर पर चालू करना पड़ा है.
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