किन्नौर: जनजातीय जिल किन्नौर में 90 वर्षों में पहली बार तापमान में भारी गिरावट आने के बाद बर्फ जमी हुई है. वहीं, कई जगहों पर जेसीबी मशीनों से भी बर्फ हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ रह है. बर्फ कई जगहों पर सख्त हो गई है.
सड़कों पर जमी बर्फ शीशे की तरह जम चुकी है जिसके चलते सड़क पर वाहनों के टायर फिसल रहे हैं. वहीं, इस बारे में जिलाधीश गोपालचन्द ने कहा कि इस वर्ष भारी बर्फभारी के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है. जो अबतक स्थिर नहीं हुआ है अबतक रिकांगपिओ क्षेत्र में ही माइनस 10 डिग्री तापमान गिरा हुआ है. ऊपरी क्षेत्रों में माइनस 18 से 20 डिग्री नीचे तापमान गिरा हुआ है.
वहीं, जिले के आसरंग, नेसङ्ग, छितकुल, कुंनोचारनग में अबतक सम्पर्क मार्गों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, पीडब्ल्यूडी की मशीनें भी इन सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने में असफल हो रही है. जिस कारण इन सभी स्थानों पर प्रशासन की ओर से चेन वाली मशीनें भेजी गई हैं. जिससे इन क्षेत्रों में एक सप्ताह के मध्य सड़क बहाली होने की उम्मीद है.
बता दें कि इन दिनों किन्नौर के रिकांगपिओ में मौसम साफ होने के बावजूद भी तापमान माइनस 10 से 12 डिग्री व कल्पा, कुंनोचारनग, छितकुल, नेसङ्ग, नाको, आसरंग में तापमान माइनस 20 से 22 डिग्री नीचे गिर रहा है. डीसी गोपालचंद ने कहा कि जिला में पिछले डेढ़ महीने से सबसे अधिक समस्या पीने के पानी की बनी हुई है, जओ अब धीरे-धीरे कम होगी क्योंकि अब मौसम साफ होने लगा है. आईपीएच विभाग जलस्त्रोत पर जाकर काम करेगा.
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