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किन्नौर में ठंड ने तोड़ा 90 साल का रिकॉर्ड, कई क्षेत्रों में माइनस 18 से 20 डिग्री पहुंचा तापमान - जेसीबी मशीनों से भी नहीं हट रहा बर्फ

किन्नौर में 90 साल में पहली बार बर्फबारी के बाद भी लोगों की परेशानियां कम नहीं हो रही. बर्फ के जमने के कारण जेसीबी मशीनों से काम करने में जहां कर्मचारियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. वहीं, मौसम साफ होने के बाद भी माइनस तापमान चल रहा है.

Trouble continues despite snowfall in Kinnaur
जेसीबी मशीनों से नहीं हट रहा बर्फ
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Published : Feb 3, 2020, 5:05 PM IST

किन्नौर: जनजातीय जिल किन्नौर में 90 वर्षों में पहली बार तापमान में भारी गिरावट आने के बाद बर्फ जमी हुई है. वहीं, कई जगहों पर जेसीबी मशीनों से भी बर्फ हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ रह है. बर्फ कई जगहों पर सख्त हो गई है.

सड़कों पर जमी बर्फ शीशे की तरह जम चुकी है जिसके चलते सड़क पर वाहनों के टायर फिसल रहे हैं. वहीं, इस बारे में जिलाधीश गोपालचन्द ने कहा कि इस वर्ष भारी बर्फभारी के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है. जो अबतक स्थिर नहीं हुआ है अबतक रिकांगपिओ क्षेत्र में ही माइनस 10 डिग्री तापमान गिरा हुआ है. ऊपरी क्षेत्रों में माइनस 18 से 20 डिग्री नीचे तापमान गिरा हुआ है.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं, जिले के आसरंग, नेसङ्ग, छितकुल, कुंनोचारनग में अबतक सम्पर्क मार्गों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, पीडब्ल्यूडी की मशीनें भी इन सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने में असफल हो रही है. जिस कारण इन सभी स्थानों पर प्रशासन की ओर से चेन वाली मशीनें भेजी गई हैं. जिससे इन क्षेत्रों में एक सप्ताह के मध्य सड़क बहाली होने की उम्मीद है.

बता दें कि इन दिनों किन्नौर के रिकांगपिओ में मौसम साफ होने के बावजूद भी तापमान माइनस 10 से 12 डिग्री व कल्पा, कुंनोचारनग, छितकुल, नेसङ्ग, नाको, आसरंग में तापमान माइनस 20 से 22 डिग्री नीचे गिर रहा है. डीसी गोपालचंद ने कहा कि जिला में पिछले डेढ़ महीने से सबसे अधिक समस्या पीने के पानी की बनी हुई है, जओ अब धीरे-धीरे कम होगी क्योंकि अब मौसम साफ होने लगा है. आईपीएच विभाग जलस्त्रोत पर जाकर काम करेगा.

ये भी पढ़ें: नाहन में अब ग्राम स्तर पर तैयार किए जाएंगे 10 आपदा मित्र, जाने कैसे करेंगे काम?

किन्नौर: जनजातीय जिल किन्नौर में 90 वर्षों में पहली बार तापमान में भारी गिरावट आने के बाद बर्फ जमी हुई है. वहीं, कई जगहों पर जेसीबी मशीनों से भी बर्फ हटाने में परेशानी का सामना करना पड़ रह है. बर्फ कई जगहों पर सख्त हो गई है.

सड़कों पर जमी बर्फ शीशे की तरह जम चुकी है जिसके चलते सड़क पर वाहनों के टायर फिसल रहे हैं. वहीं, इस बारे में जिलाधीश गोपालचन्द ने कहा कि इस वर्ष भारी बर्फभारी के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है. जो अबतक स्थिर नहीं हुआ है अबतक रिकांगपिओ क्षेत्र में ही माइनस 10 डिग्री तापमान गिरा हुआ है. ऊपरी क्षेत्रों में माइनस 18 से 20 डिग्री नीचे तापमान गिरा हुआ है.

वीडियो रिपोर्ट

वहीं, जिले के आसरंग, नेसङ्ग, छितकुल, कुंनोचारनग में अबतक सम्पर्क मार्गों को बहाल करने में दिक्कतें आ रही हैं. वहीं, पीडब्ल्यूडी की मशीनें भी इन सड़कों पर जमी बर्फ को हटाने में असफल हो रही है. जिस कारण इन सभी स्थानों पर प्रशासन की ओर से चेन वाली मशीनें भेजी गई हैं. जिससे इन क्षेत्रों में एक सप्ताह के मध्य सड़क बहाली होने की उम्मीद है.

बता दें कि इन दिनों किन्नौर के रिकांगपिओ में मौसम साफ होने के बावजूद भी तापमान माइनस 10 से 12 डिग्री व कल्पा, कुंनोचारनग, छितकुल, नेसङ्ग, नाको, आसरंग में तापमान माइनस 20 से 22 डिग्री नीचे गिर रहा है. डीसी गोपालचंद ने कहा कि जिला में पिछले डेढ़ महीने से सबसे अधिक समस्या पीने के पानी की बनी हुई है, जओ अब धीरे-धीरे कम होगी क्योंकि अब मौसम साफ होने लगा है. आईपीएच विभाग जलस्त्रोत पर जाकर काम करेगा.

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Intro:किन्नौर में 90 वर्षो में पहली बार बड़ी इतनी ठंड,डेड महीने से किन्नौर में तापमान माईनस 10 डिग्री से 18 डिग्री नीचे।


जनजातीय जिला किंन्नौर में 90 वर्षो में पहली बार जिला के तापमान में इतनी भारी गिरावट आई है जिसके चलते जिला के सड़को पर झमी बर्फ़ शीशे की तरह जम चुकी है जिसमे वाहनो के टायर फिसल रहे है वही जिला के कई स्थानों पर जेसीबी मशीन बर्फ़ हटाने में असफल भी हो रहे है क्यों कि सड़कों पर झमी बर्फ़ बहुत सख्त है जिसमे जेसबी मशीनों के ब्लेड टूट रहे है।




Body:वही इस बारे में जिलाधीश किन्नौर गोपालचन्द ने कहा कि इस वर्ष भारी बर्फभारी के बाद तापमान में भारी गिरावट आई है जो अबतक स्थिर नही हुआ है अबतक रिकांगपिओ क्षेत्र में ही माईनस 10 डिग्री तापमान गिरा हुआ है और ऊपरी क्षेत्रो में 18 से 20 डिग्री नीचे तापमान गिरा हुआ है।वही जिला के आसरंग,नेसङ्ग,छितकुल,कुंनोचारनग में अबतक सम्पर्क मार्गो को बहाल करने में दिक्कते आ रही है वही पीडब्ल्यूडी की मशीने भी इन सड़कों पर झमी बर्फ़ को हटाने में असफल हो रहे है जिसकारण इन सभी स्थानों पर प्रशासन की ओर से चेन वाली मशीने भेजी गई है जिससे इन क्षेत्रों में एक सप्ताह के मध्य सड़क बहाली होने की उम्मीद है बता दे कि इन दिनों किन्नौर के रिकांगपिओ में मौसम साफ होने के बावजूद भी तापमान माईनस 10 से 12 डिग्री व कल्पा,कुंनोचारनग,छितकुल,नेसङ्ग,नाको,
आसरंग में तापमान माईनस 20 से 22 डिग्री नीचे गिर रहा हैं।
वही जिलाधीश ने इस सर्दी में भी विद्युत विभाग के बिजली आपूर्ति को सराहा है जहाँ राजधानी शिमला में इस बार बिजली की दिक्कते रही वही जिला किन्नौर जनजातीय क्षेत्र होने के बावजूद भी उजाले में रहा है जिसका श्रेय विद्युत विभाग किन्नौर को जाता है।



Conclusion:उन्होंने कहा कि जिला में पिछले डेढ़ महीने से सबसे अधिक समस्या पीने के पानी की बनी हुई है जो धीरे धीरे कम होगी क्यों कि अब मौसम साफ होने लगा है और आईपीएच विभाग जलस्त्रोत पर जाकर काम करेगी और इस महीने जिला में पीने का पानी देने की पूरी कोशिश करेगी उन्होंने कहा कि इसके अलावा अब जिला में जनजीवन वापिस लौटने लगे है।

बाईट---गोपालचन्द---जिलाधीश किन्नौर
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