किन्नौर: हिमाचल प्रदेश के जनजातीय जिला किन्नौर के सापनी गांव की पहाड़ियों से बड़े-बड़े पत्थर गिरे हैं जिसके चलते सापनी सड़क संपर्क मार्ग बंद हुआ है. बता दें कि जिला किन्नौर में लगातार पांच दिन बारिश हुई जिसके चलते जिला किन्नौर की पहाड़ियां कच्ची हो गई हैं और पहाड़ियों से भूस्खलन के साथ चट्टानों के गिरने का सिलसिला अब तक जारी है. इसके अलावा बारिश के बाद जिला किन्नौर के विभिन्न क्षेत्रों में नालों में बाढ़ का सिलसिला अब तक जारी है. बताते चलें कि जिला किन्नौर के रोपा घाटी सांगला घाटी, भावा घाटी इन सभी क्षेत्रों के ग्रामीण इलाकों के छोटे-बड़े नदी नालों में बाढ़ वाले के गिरने के चलते ग्रामीणों का लाखों का नुकसान हुआ है. जिला किन्नौर के पागल नाला, पानवी पुल, सापनी गांव, सांगला वैली, भावा वैली, रोपा वैली सड़क मार्ग व सभी वैली के नदी नाले अब तक अपना रौद्र रूप कम नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते बाढ़ से सेब के बगीचों को नुकसान हुआ है.
वहीं, पहाड़ों से पत्थरों के गिरने के चलते NH-5 भी जगह-जगह बंद है और पीने के पानी के जलस्त्रोत के मुख्य स्पॉट टूट चुके हैं. ऐसे में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. इसके अलावा सांगला, भावा, रोपा वैली के ग्रामीण इलाको में अब तक जनजीवन अस्त व्यस्त चला हुआ है. इन सभी वैली के ग्रामीण इलाकों के नदी नालों का जलस्तर कम होने का नाम नहीं ले रहा है. जिसके चलते बाढ़ की चपेट में लोगों के मकान भी आए हैं और कई लोग बेघर भी हुए हैं. जिनसे मिलने मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू खुद पहुंचे और सभी का हालचाल जाना व सभी को मदद करने का आश्वासन भी दिया है. वहीं, पहाड़ों से गिर रहे पत्थरों के चलते सड़क मार्ग भी बंद हैं. लिहाजा प्रशासन के आंकड़ों अनुसार अब तक किन्नौर जिले में बारिश की आपदाओं में 29.32 करोड़ का नुकसान हुआ है.
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