किन्नौर: जिला किन्नौर के ऊंचाई वाले गांव में बर्फबारी शुरू हो गई है. आज सुबह 5 बजे से ही पहाड़ियों पर हल्के-हल्के बर्फ के फांहे गिर रहे हैं. जिससे जिले के किसान व बागवान काफी खुश हैं. पर्यटन व्यवसाय से जुड़े व्यवसायियों को भी अच्छे कारोबार की उम्मीद है. हालांकि बर्फबारी के बाद जिले में लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ता है. लेकिन बर्फबारी बागवानों व किसानों के लिए अमृत पान से कम नहीं है. (Snowfall in kinnaur)
बता दें कि किन्नौर जिले के ऊंचाई वाले इलाकों में बर्फबारी के बाद सन्नाटा छाया हुआ है और जिले के ऊंचाई वाले गांव, हांगो, चांगो, सांगला घाटी, भावा घाटी, कल्पा में बर्फबारी के बाद पीने के पानी के जल स्रोत भी जम गए हैं. सड़कें बर्फ के चलते फिसलन भरी हो चुकी हैं और अब जिले के ग्रामीण इलाकों में लोग घरो के अंदर दुबके हुए हैं. बर्फबारी के बाद ये गांव अब शीतलहर की चपेट में आ चुके हैं, जहां पर मार्च महीने तक बर्फ जमी रहती है.
वहीं, बर्फबारी को देखते हुए अब जिले की पहाड़ियों पर प्रशासन ने ट्रेकिंग पर प्रतिबंध लगाया है. वहीं, बर्फबारी के बाद ऊंचाई वाले इलाकों में पहाड़ों से जंगली जानवर भी ग्रामीण इलाकों में उतर रहे हैं. फिलहाल बर्फबारी के बाद जिले में जनजीवन भी अस्त-व्यस्त हो गया है, लेकिन बर्फबारी के बाद भी जिले के लोग और अधिकतर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग अपने घरों में बैठकर सर्दियों में मनाए जाने वाले स्थानीय कार्यक्रमों को मनाते हैं.
बता दें कि मौसम विभाग द्वारा 11 से 13 जनवरी तक प्रदेश में भारी बारिश और बर्फबारी का पूर्वानुमान जताया गया है. 15 जनवरी तक मौसम खराब रहने की संभावना है. वहीं, आज सुबह से ही प्रदेश के ऊंचाई वाले इलाकों में मौसम खराब है और बर्फबारी हो रही है. मौसम विभाग द्वारा आज के लिए जिला किन्नौर, लाहौल स्पीति और कुल्लू जिले के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में भारी हिमपात को लेकर येलो अलर्ट जारी किया गया है. (Snowfall in Himachal) (Weather in Himachal) (Temperature in Himachal) (Ban on trekking in kinnaur)
ये भी पढ़ें: लाहौल घाटी में बर्फबारी शुरू, बागवान और पर्यटन कारोबारी खुश