ETV Bharat / state

भारी बर्फबारी के चलते छितकुल में करीब 1 महीने से सड़क बंद, चारे के अभाव में दम तोड़ रहे मवेशी - हिमाचल में भारी बर्फबारी

बर्फबारी के कारण जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल में लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. करीब 1 महीने से सड़कें बंद होने के कारण यहां लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

छितकुल में भारी बर्फबारी
author img

By

Published : Feb 11, 2019, 10:31 PM IST

शिमला/रामपुर: जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल में भारी बर्फबारी के कारण 20 जनवरी से सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. जिसके चलते इलाके के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

छितकुल में भारी बर्फबारी
छितकुल में भारी बर्फबारी
undefined

गर्मियों में देश-विदेश से पर्यटक छितकुल की सुंदर वादियों में घूमने पहुंचते हैं. हिमाचल के लिए पर्यटन की दृष्टि से अहम छितकुल में करीब दो हफ्ते से सड़क सुविधा से बंद है. इलाके में अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है. बीते दिनों भी छितकुल से एक मरीज को पालकी में कंधों पर उठाकर 5 किलोमीटर दूर मस्तरन पहुंचाया गया. जहां से मरीज को जेसीबी में सगला के गंगारंग खड्ड तक लाया गया और वहां से एम्बुलेंस में इलाज के लिए सांगला लाया गया.

छितकुल के ग्रामीण
छितकुल के ग्रामीण
undefined

छितकुल के स्थानीय निवासियों ने बताया कि भारी बर्फबारी के चलते सड़क मार्ग बीते 20 जनवरी से बंद है. उन्होंने बताया कि छितकुल में पालतू पशुओं के लिए चारा बिल्कुल खत्म होने से मवेशियों के भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है. चारा न मिलने के कारण अब तक इलाके के करीब एक दर्जन मवेशी दम तोड़ चुके हैं.

शिमला/रामपुर: जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल में भारी बर्फबारी के कारण 20 जनवरी से सड़कें बंद पड़ी हुई हैं. जिसके चलते इलाके के लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है.

छितकुल में भारी बर्फबारी
छितकुल में भारी बर्फबारी
undefined

गर्मियों में देश-विदेश से पर्यटक छितकुल की सुंदर वादियों में घूमने पहुंचते हैं. हिमाचल के लिए पर्यटन की दृष्टि से अहम छितकुल में करीब दो हफ्ते से सड़क सुविधा से बंद है. इलाके में अगर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है. बीते दिनों भी छितकुल से एक मरीज को पालकी में कंधों पर उठाकर 5 किलोमीटर दूर मस्तरन पहुंचाया गया. जहां से मरीज को जेसीबी में सगला के गंगारंग खड्ड तक लाया गया और वहां से एम्बुलेंस में इलाज के लिए सांगला लाया गया.

छितकुल के ग्रामीण
छितकुल के ग्रामीण
undefined

छितकुल के स्थानीय निवासियों ने बताया कि भारी बर्फबारी के चलते सड़क मार्ग बीते 20 जनवरी से बंद है. उन्होंने बताया कि छितकुल में पालतू पशुओं के लिए चारा बिल्कुल खत्म होने से मवेशियों के भूखे मरने की नौबत आन पड़ी है. चारा न मिलने के कारण अब तक इलाके के करीब एक दर्जन मवेशी दम तोड़ चुके हैं.

जनजातीय जिला किन्नौर के छितकुल में लोगों का जिना हुआ मुश्किल 
घरों में ही मर रहे पालतु पशु 
20 जनवरी से नहीं हुई सड़क बहाल पैदल सफर करने को मजबूर ग्रामीण

रामपुर बुशहर, 11 फरवरी मीनाक्षी 
हिमाचल प्रदेश में पर्यटक की दृष्टी से माना जाने वाला  जनजातीय जिला किन्नौर का छितकुल क्षेत्र में अधिक बर्फ़बारी होने के कारण  20 जनवरी से अभी तक भी सड़क नहीं खुल पाई है। 
जहां गर्मी के समय में देश से ही नहीं पुरे विश्व से पर्यटक यहां पर घुमने के लिए आते है वहीं आए दिन लगभग महिना होने वाला है अभी तक भी लोगों को सड़क सुविधा से वंछित रहना पड़ रहा है। 
जिस कारण छितकुल के निवासियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। 
यहां पर कोई व्यक्ति बीमार पड़ जाए तो उसे अस्पताल तक पहुंचाना भी मुश्किल हो रहा है।   छितकुल के एक मरीज जीवनदास को  गाँव वासियों ने कुर्सी की पालकी बना कर चार व्यक्तियोँ द्वारा कन्धों पर उठा कर छितकुल से मस्तरन नामक स्थान तक लाया गया। जो कि  पांच किलोमीटर की दूरी तय करके ग्रामवासियों ने जीवनदास को मौत के मुँह से बचा लिया है। इस के बाद  जेसीबी में डाल कर सगला के गंगारंग खड़ तक लाया गया। जहां से एम्बुलैंस में डालकर इलाज के लिए सांगला लाया गया।  छितकुल के स्थानीय निवासियों का कहना है कि  भारी बर्फबारी के चलते मार्ग 20 जनवरी से बन्द है। उन्होंने कहा कि छितकुल में पालतू पशुओं के लिए चारा बिल्कुल खत्म हो चुका है। मार्ग बंद होने से पशुओं के लिए चारे की भी कोई व्यवस्थ्ज्ञा नहीं कर पा रहे है। 
पालतू पशुओं को चारा उपलब्ध नही होने से ग्रामीणों को अपने सामने ही अपने पालतू जानवरों को मरता देखने को मजबूर है। उन्होंने कहा कि अब तक छितकुल के करीब एक दर्जन पालतू पशु मर चुके है। ग्रामीणों ने कहा कि छितकुल में संचार व्यवस्था अभी तक बंद  आज ही मोबाइल में सिग्नल आया है। 
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.