किन्नौर: कुन्नो चारंग ग्राम पंचायत के पूर्व प्रधान पूर्ण सिंह नेगी ने केंद्र सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा है कि जिले के सबसे दुर्गम पंचायत कुन्नो चारंग में पिछले कई वर्षो से वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत एक भी विकास के काम नहीं हुए हैं. जिसके चलते चीन सीमांत पंचायत के लोगों को कई परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है.
दरअसल, केंद्र सरकार द्वारा किन्नौर जिले के चीन सीमांत करीब 32 गांव को वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत विकास कार्यों के लिए अपनी श्रेणी में रखा गया है और विकास कार्यों को गति देने हेतू प्राथमिकता देने पर घोषणाएं भी की गई है, लेकिन पिछले कई वर्षो से इस कार्यक्रम के तहत चीन सीमांत ग्राम पंचायतो में एक भी विकास के काम नहीं हुए हैं, जिसके चलते चीन सीमांत पंचायत के लोगों को पलायन करना पड़ रहा है.
पूर्ण सिंह नेगी ने कहा कि चीन सीमांत पंचायतो में केंद्र सरकार द्वारा वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत गर्मियों और सर्दियों में लोगों को सुविधाएं देने हेतू सड़कें पक्की करना, पेयजल की सुविधा, सिंचाई की योजनाए , सर्दियों में बिजली की समस्याओं से लोगों को निजात दिलाने हेतू बजट देने का आश्वासन दिया गया, लेकिन केंद्र सरकार के इस कार्यक्रम को स्वयं केंद्र सरकार धरातल पर नहीं उतार सकी है. ऐसे में लोग अब चीन सीमांत पंचायतो से पलायन करना शुरू कर रहे हैं और चीन सीमांत पंचायतो के ग्रामीण इलाके ख़ासकर सर्दियों में बर्फबारी में सुविधाएं नहीं मिलने से खाली हो रहे हैं.
नेगी ने कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा वाइब्रेंट विलेज कार्यक्रम के तहत अबतक दो केंद्रीय मंत्री भी हाल ही में जिले के चीन सीमांत पंचायतो का दौरा कर यहां के समस्याओं से अवगत हुए और करोड़ो के बजट विकास कार्यों पर खर्च करने का आश्वासन दे गए, लेकिन अबतक चीन सीमांत पंचायत कुन्नो चारंग और अन्य पंचायतो में इस कार्यक्रम के तहत होने वाले विकास कार्य शून्य है और धरातल पर इसके तहत कोई काम नहीं हो रहे है.
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